- हेलो फ्रेंड्स हम हाजिर हैं आज की अपडेट्स लेकर….
- मध्यप्रदेश के इन्दौर में, प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आज शुरू हुआ तीन दिन के इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन कल प्रधानमंत्रीकरेंगे।
- चीन सरकार ने कोविड के मामलों में तेजी के बावजूद आज से स्वदेश आने वाले यात्रियों के लिए पृथकवास की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। चीन सरकार ने अनिवार्य पृथकवास और लॉकडाउन में पिछले महीने ढील देनी शुरू की थी। सख्त प्रतिबंधों के कारण चीन की अर्थव्यवस्था में ठहराव आ गया है जिससे राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।मार्च, 2020 में चीन ने विदेश से आ रहे सभी यात्रियों के लिए 3 सप्ताह का पृथकवास अनिवार्य कर दिया था, जिसे पिछले वर्ष नवंबर में घटाकर पांच दिन कर दिया गया। पिछले महीने चीन सरकार ने पृथकवास समाप्त करने की घोषणा की थी। इसे देखते हुए बड़ी संख्या में चीन के लोगों ने विदेश यात्रा की योजना बनाई थी। चीन यात्रियों की संख्या में वृद्धि का अनुमान करते हुए एक दर्जन से अधिक देशों ने चीनी यात्रियों के लिए कोविड जांच को अनिवार्य कर दिया था।चीन में इस महीने चंद्र नववर्ष पर स्थिति और बिगड़ सकती है क्योंकि इस अवसर पर कोविड से प्रभावित महानगरों से लाखों लोगों के अपने परिजनों से मिलने जाने की संभावना है। चीन ने अन्य देशों द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों को अस्वीकार्य बताया है, हालांकि खुद चीन, विदेशी यात्रियों और अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों की चीन यात्रा पर काफी हद तक प्रतिबंध लगाना जारी रखे हुए है।
- अरुणाचल प्रदेश में 12 से 16 जनवरी तक परशुराम कुंड महोत्सव होने वाला है राज्य की संस्कृति को समझने का एक अनूठा अवसर है।
- गुजरात में, अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव के आज पहले ही दिन सर्वाधिक संख्या में पतंग उड़ाने का विश्व रिकार्ड गिनीज बुक में दर्ज किया गया। इससे पहले, गुजरात के अहमदाबाद में महोत्सव की शुरुआत उत्साह और उमंग के साथ हुई। यह महोत्सव दो वर्ष के अंतराल पर हो रहा है। इसका आयोजन जी-20 की विषय-वस्तु ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के अनुरूप किया गया है। साबरमती रिवरफ्रंट पर समारोह का उद्घाटन आयोजित हुआ
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भगवान सूर्य 14 जनवरी की अद्र्धरात्रि को चित्रा नक्षत्र में धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। 15 जनवरी को सूर्योदय बाद से लेकर मध्याह्न 12 बजे तक पुण्यकाल है। पुण्यकाल होने से इस दिन श्रद्धालु षटतिला कर्म, दान-पुण्य, पूजा पाठ, हवन, आराधना और उपासना विधिवत तरीके से कर सकेंगे।पंचांगों की गणना के चलते संक्रांति का पर्व का पुण्यकाल 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा। धनु से मकर राशि में भगवान सूर्य का प्रवेश चित्रा नक्षत्र में हो रहा है, जो शुभ फलदायक है। चित्रा नक्षत्र का प्रारंभ 14 जनवरी की दोपहर 01:57 और समापन 15 जनवरी की दोपहर 02:26 बजे हो होगा। चित्रा नक्षत्र में ही भगवान सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्रांति का पर्वकाल रविवार को है। इस तिथि को षटतिला कर्म कर सकते हैं। पुण्यकाल में दिन का भेद निरस्त हो जाता है। संक्रांति पर श्रद्धालु गर्म वस्त्र, बर्तन, तिल युक्त मिष्ठान, खिचड़ी और सौभाग्य की सामग्री का दान करेंगे।मकर संक्रांति से ही भगवान सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाएंगे। इस दिन गया श्राद्ध का भी विशेष स्थान है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए पिंडदान का विशेष महत्व है। देवता, ऋषि, पितरों के निर्मित दान करने वाले अगर पितृ तर्पण करे तो पितरों से विशेष आशीर्वाद मिलेगा।मकर राशि के सूर्य होने पर सौर माघ मास का आरंभ होगा। माघ के सूर्य होने से मांगलिक मुर्हूतों का भी शुभारंभ होगा। 15 जनवरी से ही वैवाहिक लगन शुरू हो जाएगे। जनवरी, फरवरी और मार्च माह में एक बार फिर वर-वधु अग्नि के सात फेरे ले सकेंगे। शहनाई की शोर दोबारा सुनाई देगी। मांगलिक कार्यांे के अलावे अन्य शुभ कार्य भी लोग कर सकेंगे।
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रविवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के कन्वेंशन सेंटर में विश्वविद्यालय का 77 वें स्थापना दिवस पर 32 वें दीक्षान्त समारोहआयोजित हुआ इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय भवन के सामने स्थित उद्यान में शिला पट्टिका का अनावरण कर संविधान उद्यान का शिलान्यास भी हुआकुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के गौरवमयी इतिहास की चर्चा करते हुए सभी को संविधान उद्यान के शिलान्यास की बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले युवाओं को संविधान से जुड़े अधिकारों के साथ मौलिक कर्तव्यों और इसकी महान संस्कृति के बारे में जानकारी हो। इस उद्देश्य से राज्य के सभी वित्तपोषित विश्वविद्यालयों में संविधान उद्यान बनाने की पहल की गई है। राज्यपाल ने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति पूरी तरह से विद्यार्थी केन्दि्रत है। इसमें शिक्षा के साथ- साथ विद्यार्थियों के चारित्रिक निर्माण पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत ऎसे पाठ्यक्रम तैयार किए जाने का आह्वान किया जिससे विद्यार्थी विषय के साथ आस-पास के परिवेश के प्रति भी जागरूक बनें। कुलाधिपति ने विद्यार्थियों से सदैव नया सीखने के लिए प्रयासरत रहने का आह्वान करते हुए कहा कि पढ़े हुए ज्ञान को रटन्त रूप में नहीं बल्कि जीवन व्यवहार की शिक्षा के रूप में ग्रहण किया जाए। उन्होंने शिक्षकों को भी निरंतर अपने ज्ञान में अभिवृद्धि करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि ऎसे विषय और संदभोर्ं पर कार्य किया जाना चाहिए जिनसे समाज और राष्ट्र को नई दिशा मिले। उन्होंने राजस्थान की लोक संस्कृति से जुड़ी खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किये जाने पर बल दिया। उन्होंने परिसर में तीरंदाजी प्रशिक्षण केन्द्र को देश के अग्रणी प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने का सुझाव दिया।दीक्षान्त समारोह के अवसर पर 395 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधियां तथा विभिन्न परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।राज्यपाल ने समारोह के आरम्भ में उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को भारतीय संविधान की उद्देशिका एवं संविधान में वर्णित मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया। एनसीसी कैडेट्स द्वारा राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया।
- राजस्थान विश्वविद्यालय आठ जनवरी, 2023 को 77वें साल में प्रवेश करेगा, इस विवि ने देश को आईएएस से लेकर कई बड़े अफसर, वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर से लेकर राजनेता व नामचीन हस्तियां दी है। यूजीसी की राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (एनएएसी) ने 2016 में आरयू को ए ग्रेड प्रदान की है। इससे पहले 3 मई, 2004 में ‘ए प्लस’ ग्रेड दी थी, जो कि 2009 तक मान्य थी। आरयू की स्थापना आठ जनवरी, 1947 में हुई थी। उस समय इसका नाम राजपूताना विश्वविद्यालय था। इसकी स्थापना में तत्कालीन राजा सवाई मानसिंह द्वितीय के प्रयास से हुई। इस समय देश में 20 विश्वविद्यालय थे और यह 21वां बना। इसका पहला आॅफिस केसरगढ़ में बनाया था। इसके बाद यूनिवर्सिटी वर्तमान महाराजा कॉलेज में शुरू हुई।
- राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से सीईटी (स्नातक) परीक्षा कराई गई। अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, भरतपुर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, श्रीगंगानगर और उदयपुर (10 जिलों) के परीक्षा केन्द्रों पर समान पात्रता (स्नातक स्तर) परीक्षा हुई। शनिवार सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक पहला चरण और दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक दूसरा चरण हुआ। परीक्षा के पहले चरण में 2 लाख 81 हजार 915 अभ्यर्थी और दूसरे में कुल 2 लाख 81 हजार 915 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे। परीक्षार्थियों की उपस्थिति प्रथम चरण में लगभग 69.98 प्रतिशत और दूसरे चरण में 74.25 प्रतिशत रही।
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रविवार को पाली ज़िले के रोहट में आयोजित हो रहे 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी के पांचवें दिनविभिन्न कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया। इस जम्बूरी आयोजन के लिए राजस्थान सरकार द्वारा अब तक का सबसे बड़ा स्टेडियम तैयार किया गया है और इस तरह का सफल आयोजन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और भविष्य में होने वाले इस तरह के आयोजन के लिए मील का पत्थर साबित होगाकई बीघा में फैले कैम्प में एडवेंचर एक्टिविटीज, वाटर एक्टिविटीज़ हुई
- मौसम
- कैलिफोर्निया में उत्तरी भाग और सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में बारिश शुरू होने से लोगों को अधिक तूफानी मौसम का सामना करना पड़ा। बारिश से बाढ़ का भी खतरा मंडराने लगा है। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने आने वाले सप्ताह में भारी बारिश और हिमपात की चेतावनी दी है।तूफान और बारिश के चलते कैलिफोर्निया के हजारों लोगों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। सड़कों पर पानी भर आया है। मौसम सेवा ने सोमवार को भारी तूफानों में से पहले तूफान के आने की संभावना व्यक्त की है। मौसम सेवा ने उत्तरी और मध्य कैलिफोर्निया के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
- पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप जारी है। आज सुबह दिल्ली के सफदरजंग में तापमान एक दशमलव 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत के कई हिस्सो में घना कोहरा छाया हुआ है।कोहरे के कारण उत्तर रेलवे क्षेत्र में 42 रेलगाडियां देरी से चल रही हैं। उत्तर रेलवे ने कहा है कि पुरी-नई दिल्ली पुरूषोत्तम एक्सप्रेस, प्रतापगढ़-दिल्ली पद्मावत एक्सप्रेस और गया-नई दिल्ली महाबोधि एक्सप्रेस साढ़े चार घंटे की देरी से चल रही है। दरभंगा-नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, कामाख्या-नई दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल, काठगोदाम-जैसलमेर रानीखेत एक्सप्रेस और मालदा टाउन-दिल्ली फरक्का एक्सप्रेस भी देरी से चल रही है।रेलवे ने कहा कि कोहरे के कारण 480 से अधिक रेलगाड़ियों की आवाजाही पर असर पड़ा है। एक अधिकारी ने कहा, ‘करीब 335 रेलगाड़ियों के आवागमन में देरी हुई, 88 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, 31 रेलगाड़ियों का मार्ग बदलना पड़ा और 33 की यात्रा को गंतव्य से पहले समाप्त कर दिया गया।’
कोहरे की मोटी परत के कारणहवाई यातायात प्रभावित हुआ
- बढ़ती ठंड से बिजली आपूर्ति ग्रिड पर दबाव बढ़ रहा है। बेघरों और पशुओं के सामने चुनौती भी पैदा हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कुछ स्थानों पर कृषि, पशुधन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर प्रभाव पड़ने की चेतावनी दी है।
- मौसम कार्यालय ने यह भी कहा कि लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से किसी को कंपकंपी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, जो इस बात का पहला संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है और घर के अंदर रहना चाहिए। परामर्श में कहा गया है, ‘विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए पर्याप्त गर्म तरल पदार्थ पिएं। बाहरी गतिविधियों में शामिल होने से बचें या उन्हें सीमित करें।’
- राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ इलाकों में आठ जनवरी को शीत लहर से भीषण शीत लहर की स्थिति जारी रहने का अनुमान है। हालांकि, एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ दिनों के बाद सर्दी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है।
- राजस्थान में पारा माइनस में पहुंच चुका है। सर्दी रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। देर रात चूरू और फतेहपुर में पारा माइनस में रिकॉर्ड हुआ। अब कुछ दिन पारा बढ़ेगा, फिर मकर संक्रांति से तापमान फिर माइनस में जा सकता है।
- दरअसल, कुछ दिन बनने के बाद वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के कारण पहाड़ों में बर्फबारी होने के आसार बन रहे हैं। बर्फबारी के बाद बर्फीली हवा पहाड़ी इलाकों से होते हुए राजस्थान आएगी, इससे तापमान में भारी गिरावट होगी।
- वहीं, रबी की फसल के लिए मावठ का इंतजार कर रहे किसानों को अभी इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 15 जनवरी तक बारिश या बूंदाबांदी के कोई आसार नहीं है। 5 साल बाद ऐसा होगा, जब आधी जनवरी बिना बारिश के निकल जाएगी।
- मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 8-9 और 11-12 जनवरी को वेस्टर्न डिर्स्टबेंस का असर उत्तरी भारत में रहेगा। इससे मैदानों से आने वाली हवा रुकेगी और तापमान बढ़ने लगेगा। जयपुर समेत कई शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुुंझुनूं, अलवर बेल्ट में घने कोहरे से लोगों को राहत मिलेगी। इधर चूरू, सीकर, टोंक, धौलपुर, करौली, भरतपुर समेत अन्य शहरों में शीतलहर से भी राहत मिल सकती है।
- पिछले कुछ दिनों से लगातार घने कोहरे, शीतलहर से जो कोल्ड-डे की स्थिति बनी हुई थी। इससे लोगों को काफी राहत मिली है। कोटा, बूंदी, बारां में दिन का तापमान बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। गंगानगर, हनुमानगढ़ में भी दिन के तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा हुआ और धूप निकलने से लोगों को राहत मिली। जालौर, डूंगरपुर, जोधपुर, उदयपुर, चितौड़गढ़ में शनिवार को अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ।मौसम विभाग के मुताबिक 8-9 और 11-12 जनवरी को जो वेस्टर्न डिर्स्टबेंस आएंगे, उसका असर राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में आंशिक रूप से देखने को मिल सकता है। हालांकि इन एरिया में बारिश या बूंदाबांदी होने के आसार कम ही हैं। बारिश नहीं होने से रबी की फसल के प्रभावित होने के आसार है।
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पिछले 24 घंटों के दौरान उदयपुर शहर का तापमान रहा अधिकतम 25.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस
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तो ये थीं अब तक की अपडेट्स हम फिर आएंगे और अपडेट्स लेकर बने रहिए हमारे साथ…