उदयपुर शहर में सुबह से बादल छाए हुए हैं। कुछ समय के लिए धूप निकली लेकिन दोपहर में फिर बादल घिर आए। झील किनारे मौसम सुहाना होने से लोगों की आवाजाही लगी रही।
शहरी-ग्रामीण ओलिंपिक की धूम शनिवार से शुरू होगी। इसके आगाज से पहले जिला प्रशासन एवं नगर निगम ने तैयारियां कर ली है। आगाज गांधी ग्राउंड से होगा। उदयपुर शहर में 15 खेल मैदानों पर होंगे शहरी आयोजन।उदयपुर शहर में इन खेलों का शुभारंभ शनिवार सुबह 9 बजे गांधी ग्राउंड में होगा। खेल मैदान पर खिलाड़ियों एवं दर्शकों के लिए बारिश से बचने के लिए वाटर प्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई है।
ओलिंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों द्वारा ऑनलाईन पंजीयन पूर्व में किया जा चुका है। ग्रामीण ओलिंपिक में 32072 एवं शहरी में 6743 खिलाड़ी भाग लेंगे। शहरी ओलिंपिक का आगाज होगा इसी के साथ अन्य खेल मैदानों पर भी तय किए गए वार्ड अनुसार खेल प्रारंभ कर दिए जाएंगे।
शहरी ओलिंपिक में प्रतिदिन शाम 6 से 7 बजे तक भंडारी दर्शक मंडप में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे शहरवासियों के स्वच्छ मनोरंजन हेतु विभिन्न कलाकार अपनी उम्दा प्रस्तुतियां देंगे।
राज्य के मतदाता अब अपने मतदान केन्द्र, बीएलओ, सहित सभी आवश्यक जानकारी ऑनलाइन आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। मतदाताओं के लिए निर्वाचन और मतदान प्रक्रिया को सहज बनाने के लिए आयोग द्वारा व्यापक स्तर पर आईटी और तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। आम लोगों को मतदान संबंधी जानकारी आसानी से उपलब्ध कराने के लिए विभागीय वेबसाइट https://ceorajasthan.nic.in/ पर ‘Know your BLO, ERO& DEO’ सुविधा प्रारम्भ की गई है। इसमें कोई भी मतदाता EPIC नम्बर के माध्यम से अपने मतदान केन्द्र, बूथ लेवल अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सहित अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मतदाताओं के लिए ‘वोटर हेल्पलाइन एप‘ एवं वोटर सर्विस पोर्टल पर ई-इपिक कार्ड डाउनलोड करने, निर्वाचक नामावली में नाम सर्च करने तथा नए वोटर कार्ड के लिए आवेदन सहित कई सुविधाएं उपलब्ध है।
मतदाता सूची की पूरक-3 सूची का भी प्रकाशन किया गया है। जिसमें 01 अप्रेल 2023 के संबंध में प्रकाशित मतदाता सूची में किए गए संशोधन , विलोपन एवं परिवर्धन को अद्यतन कर सूची जारी की गई है। उन्होंने बताया कि उक्त सूची की जानकारी भी विभागीय वेबसाइट https://ceorajasthan.nic.in/ से प्राप्त की जा सकती है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राजस्थान एवं डवपमेंट पार्टनर यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को प्रदेश में अगस्त, सितम्बर एवं अक्टूबर माह में प्रति माह 6-6 दिन तक संचालित होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 विषय पर मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के माध्यम से 5 वर्ष तक के छूटे व वंचित बच्चों को प्रतिरोधक टीके लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मीडिया के सहयोग से तीन फेज में इस अभियान का संचालन कर निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण किया जाएगा। अगस्त माह में 7 से 12 अगस्त, सितम्बर में 11 से 16 एवं अक्टूबर माह में 9 से 14 तक यह अभियान संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना एक चुनौती जरूर है, लेकिन पारस्परिक सहयोग से लक्ष्यों को पूर्ण करने का हरसंभव प्रयास करते हैं मिशन इंद्रधनुष व्यापकता के साथ प्रदेश के सभी जिलों में संचालित किया जाएगा।इस सॉफ्टवेयर में सेल्फ रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति घर बैठे टीकाकरण हेतु मां के आधार कार्ड को अपलोड कर अपने बच्चे का पंजीयन करा सकता है। फिर भारत के किसी भी कोने में निर्धारित टीके लगाए जाने की सुविधा का लाभ उठा सकता है।
7 से 12 अगस्त, सितम्बर में 11 से 16 एवं अक्टूबर माह में 9 से 14 तक छूटे व वंचित 5 वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित टीके
शुक्रवार को प्रदेश में अगस्त, सितम्बर एवं अक्टूबर माह में प्रति माह 6-6 दिन तक संचालित होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 विषय पर मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मिशन इंद्रधनुष अभियान के माध्यम से 5 वर्ष तक के छूटे व वंचित बच्चों को प्रतिरोधक टीके लगाए जाएंगे। मीडिया के सहयोग से तीन फेज में इस अभियान का संचालन कर निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण किया जाएगा।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की भोपाल बेंच ने उदयपुर की फतेहसागर झील के संरक्षण से संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए झीलों के इर्द गिर्द शोर प्रदूषण, प्रकाश ( लाईट) प्रदूषण तथा पूरे झील पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण पर अभूतपूर्व फैसला दिया है।
बेंच ने फतेहसागर झील के पारिस्थितिक तंत्र पर हो रहे आघातों पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के बालाकृष्णन एवं अन्य बनाम भारत संघ के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि राज्य सरकार यदि किसी झील, तालाब को वेटलैंड के रूप में अधिसूचित नहीं भी करे तब भी यदि वह झील, तालाब भारत सरकार के वेटलैंड एटलस में उल्लेखित दो लाख पंद्रह हजार वेटलैंड में सम्मिलित है तो उसे राज्य सरकारों को वेटलैंड संरक्षण नियम 2017 की धारा 4 के प्रावधानों के अनुसार संरक्षित करना होगा।
इस निर्णय से फतेह सागर सहित पिछोला, बड़ी, उदयसागर, जयसमंद सहित राज्य की सभी झीलों को अब वेटलैंड संरक्षण नियम की धारा 4 के प्रावधान व प्रतिबन्ध के तहत संरक्षित करना होगा।
फतेहसागर के संबंध में प्राधिकरण ने राजस्थान राज्य वेटलैंड प्राधिकरण को झील के आस पास के केचमेंट के उस प्रभाव क्षेत्र, जोन ऑफ़ इन्फ्लूएंस का निर्धारण करने के निर्देश दिए हैं जिसमें होने वाली गतिविधियों का झील के पारिस्थितिकी तंत्र तथा पारिस्थितिकी सेवाओं पर विपरीत असर पड़ सकता है। प्राधिकरण ने इस प्रभाव क्षेत्र को से वेटलैण्ड नियमो के तहत संरक्षित करने को कहा है।
मानसून सीजन में इनसानों के साथ जानवर भी तेजी से वायरल की चपेट में आ रहे हैं। चेतक स्थित शहर के सबसे बड़े पशु चिकित्सालय की ओपीडी में 30 से 40 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले 17 दिनों में ही 3 हजार से ज्यादा जानवर पहुंच चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या पालतू डोग्स, बिल्ली, खरगोश जैसे छोटे जानवरों की है। इनमें दाद, खुजली, बुखार और उल्टी की शिकायतें मिल रही है।
पशु चिकित्सालय के डॉ. ने बताया कि जानवरों में बारिश के कारण बीमारियां बढ़ रही है। अगर जानवर सामान्य से ज्यादा आक्रमक या चिड़चिड़े हो जाएं तो समझ जाएं कि वे किसी चीज से परेशान हैं। उनमें खुजली, बाल झड़ना, त्वचा की ऊपरी परत का उतरना, सूजन, त्वचा में घाव जैसी परेशानी हो सकती है। जिससे उनका खाना-पीना भी छूट सकता है।
अपने पैट्स को इन रोगों से बचाने के लिए बारिश में भीगने से बचाएं। उन्हें ठंडी हवा में भी न रहने दें। खाने में फ्रेश फूड दें। अगर इनमें से कोई लक्षण दिखाई दे तो उन्हें अस्पताल दिखाएं।