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Udaipur Latest News 07 September 2023 उदयपुर की ताजा खबर Udaipur Latest News 07 September 2023 उदयपुर की ताजा खबर Udaipur Latest News 07 September 2023 उदयपुर की ताजा खबर

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Sep 7, 2023
  • हेलो फ्रेंड्स हम हाजिर हैं आज की अपडेट्स लेकर…..
  • हिंदू मान्यता के अनुसार ब्रह्मा ‘सृष्टि के रचयिता’ हैं, विष्णु ‘सृष्टि के पालनकर्ता’ हैं और शिव ‘सृष्टि के संहारक’ हैं. कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं और उनके जन्मदिन पर द्वारका और मथुरा सहित पूरे देश में जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है.हिंदू मान्यता के अनुसार, भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार थे और ‘रामायण’ उनकी जीवनी है. वे ‘मर्यदा पुरुषोत्तम’ थे जबकि कृष्ण ‘पूर्णपुरुषोत्तम’ थे. उनकी मृत्यु के बाद द्वारका में जलप्रलय आ गया. ‘श्रीमद्भागवत महापुराण’ में बताया गया है, ‘125 वर्षों तक पृथ्वी पर शासन करने के बाद, कृष्ण वैकुंठवासी बन गए. उसके बाद समुद्र ने श्रीकृष्ण का महल छोड़कर सारी भूमि वापस ले ली.’ यह त्‍यौहार लोगों के बीच में प्रेम और भक्ति की भावना को बढ़ाता है।  भगवान श्री कृष्ण ने धर्म और न्‍याय के पथ पर चलते हुए अन्‍याय के विरुद्ध लड़ कर एक आदर्श समाज की स्थापना का मार्ग प्रशस्‍त किया।हम भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मना रहे हैं, जो प्रेम और भक्ति के प्रतीक हैं। । आशा है  यह जन्माष्टमी लोगों के जीवन में शांति, आनंद और सद्भाव लाएगी। आस्था और भक्ति का शुभ अवसर सभी  के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार होगा।
  • जन्माष्टमी पर आज पूरे में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति पूरे भाव से की जा रही है. जगह-जगह मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. रात में 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव पूरे भक्तिभाव से मनाया जाएगा.भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के उपलक्ष्य में जन्‍माष्‍टमी का पर्व देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लोग भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने के लिए मंदिर जा रहे हैं। जन्‍माष्‍टमी उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृंदावन में पूरे उत्‍साह के साथ मनाई जा रही है। बांके बिहारी मंदिर, प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर और श्री कृष्‍ण जन्‍मभूमि मंदिर सहित हजारों मंदिरों को सुन्दरता के साथ सजाया गया है।
  • उत्तर प्रदेश में जन्‍माष्‍टमी का त्‍योहार धार्मिक उत्‍साह के साथ मनाया जा रहा है। श्री कृष्‍ण जन्‍मभूमि और बांके बिहारी मंदिर मथुरा में आज जन्‍माष्‍टमी मनाई जा रही है। इस त्‍योहार के लिए समूचे बृजमंडल को रंग-बिरंगी रोशनी से सुसज्जित किया गया है। भगवान श्री कृष्‍ण जन्‍मभूमि, द्वारकाधीश मंदिर, ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, अक्षय पात्र राधाकृष्‍ण मंदिर, प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर सहित सभी प्रमुख मंदिर रंगीन रोशनी से जगमगा रहे हैं।कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा-वृंदावन कान्हा के रंग में रंगा नजर आया। चारों तरफ उमंग उत्साह और भक्ति का मौहाल है। यहां के प्रमुख मंदिरों में 7 सितंबर की मध्यरात्रि 12 बजे कान्हा का जन्म होगा।स मौके पर गली-गली ‘हरे कृष्णा, हरे कृष्णा’ से गूंज रही है। जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंची है।
  • लल्ला के स्वागत के लिए मथुरा-वृंदावन को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर पर मुख्य आयोजन शुरू हो गए हैं। राधा दामोदर मंदिर में 251 किलो पंचामृत से अभिषेक किया गया।

    वृंदावन के शाह जी मंदिर में 101 किलो पंचामृत से अभिषेक किया गया। गुरुवार तड़के श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थित भगवत भवन में कार्यक्रमों की शुरुआत मंगला आरती के साथ की गई। इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई।

    वहीं, वृंदावन के राधा रमण मंदिर में भगवान कृष्ण का सवा मन यानी 50 किलो दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से अभिषेक किया गया। प्रेम मंदिर, बांके बिहारी, रंगनाथ, द्वारकाधीश, राधा रमण, इस्कॉन समेत 25 मंदिर रोशनी से जगमगा रहे हैं।

    जन्मभूमि स्थित गर्भगृह में कारागार की तरह सजावट की गई है। जन्माष्टमी पर 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के मथुरा आने की संभावना है। चौराहे और घाटों पर भी भव्य सजावट की गई है।

    घर, गली-मोहल्ले में उत्सव है। हर शख्स प्रेम, आस्था और उत्साह में सराबोर है। खास बात यह है कि इस बार जन्माष्टमी पर चंद्रयान-3 की झलक दिखेगी।जन्मोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी की गई है। स्थानों को कई सेक्टर में बांटा गया है।

  • राजस्थान के अलग-अलग जिलों में भी जन्माष्टमी को लेकर धूम है. भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है. जगह-जगह दही-हांडी और मटकी फोड़ प्रतियोगिता की जा रही है. घरों में भी महिला-पुरुष श्रद्धालु उपवास पर रहकर गोविंदा की भक्ति में लीन है. जन्माष्टमी को लेकर नाथद्वारा में नन्द महोत्सव की तैयारियां जोरो है. श्रीनाथद्वारा में 7 सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव और  8 सितम्बर को नन्द महोत्सव मनाया जाएगा.
  • मन्दिर परिसर में परम्परानुसार जन्माष्टमी के दिन मन्दिर के राजपुरोहित द्वारा प्रातःकाल श्रृंगार के दर्शन में कृष्णावतार के विवरण के साथ श्रीकृृष्ण की जन्मकुण्डली मन्दिर खास में स्थित मणिकोठे से सुनाई गई. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दूसरे दिन नन्द महोत्सव के अवसर पर सम्पूर्ण मन्दिर में श्रीजी के बड़े मुखियाजी द्वारा नन्द स्वरूप धारण केसर-युक्त दही/छाछ का छिड़काव ग्वाल-बालों के संग मिलकर किया जाता है.
  • इस हेतु मन्दिर मण्डल द्वारा भारी मात्रा में दही/छाछ की व्यवस्था की जा रही है. इस दौरान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को श्रीजी के सन्मुख पलने में झुलाए जाएंगे और छठी पूजन की रस्म परम्परानुसार करके मन्दिर के द्वारों पर कुमकुम, दूध-दही के छापे लगाये जायेंगे.
  • श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में रात्रि के 12.00 बजे रिसालाचौक में 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. मन्दिर मुख्यद्वार पर नक्कारखाने से ढ़ोल, नक्कारे, बिगुल, शहनाई, थाली-मादल आदि की मधुर ध्वनी से पूरा नाथद्वारा नगर गुंजायमान होगा.
  • अद्भुत झांकियों के साथ घोड़े, नक्कारे, श्रीनाथ बैण्ड, स्थानीय बैण्ड्स, भजन मण्डलियॉ एवं परम्परागत नक्कारा-निशान के साथ सुखपाल में श्रीकृष्ण की बाल स्वरूप की छवि पधराई जाकर विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा.
  • शोभायात्रा रिसाला चौक से प्रारंभ होकर गांधी रोड़, देहलीबाजार, गुर्जरपुरा, बड़ा बाजार, मन्दिर परिक्रमा, प्रीतमपोली, नया बाजार एवं चोपाटी से होकर रिसालाचौक में विसर्जित होगी. परम्परानुसार जन्माष्टमी के दिन रात्रि में 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म पर 21 तोपो की सलामी दी जावेगी। रिसाला चौक में परम्परानुसार तोपे दागी जाएगी.
  • 7 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मंगल पंचामृत प्रातः 4.45 से लगभग 2 घंटे तक रहे तथा श्रृंगार के दर्शन प्रातः 9.30 बजे से लगभग 1 घंटे तक रहें. राजभोग के दर्शन दोपहर 12.30 बजे से लगभग डेढ़ घंटे तक रहे एवं भोग आरती रात्रि 7.30 बजे से लगभग 1 घंटा तक तथा जागरण रात्रि 8.30 बजे से लगभग 3 घंटे तक रहेगा.

  • 8 सितंबर को नंद उत्सव पर केसर युक्त दही/छाछ छिड़काव प्रातः 7.30 से  11 तक रहेगा. मंगल एवं श्रृंगार अपराहन 12 बजे से लगभग आधा घंटा तक रहेगा. उसके बाद राजभोग दोपहर 12.15 बजे से लगभग 1 घंटा रहेगा. उत्थापना रात्रि 7 से लगभग आधा घंटा तक रहेगा एवं भोग एवं आरती रात्रि 8 बजे से लगभग 1 घंटा रहेगा.
  • जन्माष्टमी एवं नंद महोत्सव के दिन दर्शन हेतु महिलाओं एवं पुरुषों का प्रवेश नक्कारखाना से होगा व निकासी मोतीमहल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से रहेगी। नंद महोत्सव के दिन प्रात 7.30 से 11 बजे तक दही/छाछ साथ छिड़काव होगा.
  • करौली जन्माष्टमी को लेकर मदन मोहन जी मंदिर में आज हजारों की भीड़ उम्र पड़ी . भक्तों का सैलाब मुख्य बाजार से निकलता हुआ राधे-राधे श्याम मिला दे बंसी वाले की जय के नाम से निकल रहा है. आज रात 12:00 बजे श्री कृष्ण का जन्म होगा जिसमें मंदिर प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं की गई है
  • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी इस वर्ष अलग रूप में देखने को मिलेगी. माउंट आबू आबू रोड में कई जगहों पर जन्माष्टमी सजाई जा रही. लेकिन आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारीं संस्थान में कोरोना काल के बाद पहली बार लाइव जीवंत झांकी देखने को मिलेगी. इसके लिए 72 फ़ीट लंबे चौड़े पंडाल में कई प्रकार के स्टाल है. जिसमे लक्ष्मी नारायण का दरबार, पीपल के पत्ते पर कृष्ण, स्वर्गीय राजदरबार, परमात्मा की विशाल झांकी सहित कई मनमोहक दृश्य देखने को मिलेंगे. ये झांकी 2 दिन लगेगी.
  • वही अगले दिन शुक्रवार को प्रातः 9.30 बजे आयोजित होने वाले नन्दोत्सव में बच्चे कृष्ण स्वरूप में उत्सव मनाएंगे. मन्दिर प्रांगण में हल्दी, दही का मांगलिक छिड़काव, पुष्टिमार्गीय हवेली संगीत में अष्टसखा पदो से बधाई गायन व पालना के पद होंगे.
  • जयपुर के श्री गोविंद देव जी, नाथद्वारा के श्रीनाथ जी सहित प्रदेश के मंदिरों में भीविभिन्न आयोजन हो रहे है ।
  • राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित भगवान चारभुजा नाथजी मंदिर में कल जन्माष्टमी पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. भगवान चारभुजा नाथजी के दर्शन के लिए मंदिर में देर रात तक बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, तो वहीं राजसमंद में स्थित द्वारिकाधीश मंदिर और नाथद्वारा में स्थित श्रीनाथजी मंदिर में आज जन्माष्टमी पर्व मनाया जा रहा हैश्रीद्वारकाधीश-श्रीनाथजी मंदिर में प्रभु के दर्शन के लिए  श्रद्धालु का मंदिरों में आने का सिलसिला शुरू हो गया. बता दें कि नाथद्वारा स्थित श्रीनाथजी मंदिर में आज जन्माष्टमी और कल नंद महोत्सव मनाया जाएगा. बता दें कि लगभग 351 वर्षों से श्रीनाथजी मंदिर में अनूठी परम्पराओं का निर्वाह किया जा रहा है. हालांकि पुष्टिमार्गीय परंपरानुसार श्रीनाथजी की सेवा ठाठ बाट से की जाएगी.. वहीं प्रतिवर्ष की भांति जागरण के दर्शन 9 बजे से अर्धरात्रि 12 बजे तक होंगे, तो वहीं रात्रि 12 बजे जन्म की खुशियां स्थानीय रिसाला चौक में 21 तोपों की सलामी दे कर मनाई जाएगी. बता दें कि मंदिर में साज सज्जा, लाइटिंग डेकोरेशन की हुई है.
  • शहर के प्रमुख जगदीश मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के तीन दिवसीय आयोजन 6 से 8 सितंबर तक होंगे।  6 सितंबर को मंदिर में रात्रि साढ़े बारह बजे जन्मोत्सव की महाआरती और इक्कीस बंदूकों की सलामी दी गई वहीं, 7 सितंबर को भव्य नन्दोत्सव और 8 सितंबर को मटकी फोड़ उत्सव मनाया जाएगा।
  • अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ  के गंगुकुण्ड स्थित जगन्नाथ मंदिर में इस वर्ष तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।  6 और 7 सितंबर को  कृष्ण प्रभु की  जन्म को लेकर विशेष कथा होगी। वहीं ओडिशा से  कलाकारों  का विभिन्न भावभंगिमाओं से युक्त श्रीकृष्ण लीलाओं पर आधारित नृत्य  रोमांचित कर देगा।। साथ ही मंदिर में चल रहे भक्त प्रहलाद रविवारीय स्कूल के बालक बालिकाएं और युवा नृत्य एवं नृत्य नाटिकाओं के साथ कृष्ण लीलाओं को प्रस्तुत करेंगे।
  •  दही हांडी उत्सव के दौरान  उदघोष सुनाई देना आम बात है.लेकिन आज के दौर में जनमाष्टमी के इस पारंपरिक जश्न को श्रृद्धालुओं का उल्लास कहा जाना चाहिएसबसे ऊँचा दही हांडी आयोजन कौन कर रहा है? इस आयोजन में कौन सी टोली आख़िर में जीत हासिल करेगी? लाखों का इनाम कौन देगा?

  • तमाम चर्चाएं इस दिशा में होती दिखती हैं. दही हांडी गोविंदा टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा हैदही हांडी उत्सव में दही या फलों से भरी हांडी को ऊंचाई तक ले जाया जाता है. कुछ जगहों पर इसे इतना ऊपर ले जाया जाता है कि जमीन पर खड़ा व्यक्ति भी साफ हांडी को नहीं देख पाता.इस दही हांडी को फोड़ने के लिए युवाओं की टोलियां होती हैं जिन्हें गोविंदा कहा जाता है.

    हांडी फोड़ने के लिए गोविंदाओं की टीमें एक ह्यूमन टॉवर बनाती हैं. फिर युवा मंडलियों में हांडी फोड़ने की होड़ मच जाती है. सबसे पहले हांडी तोड़ने वाली गोविंदा टीम को पुरस्कार राशि दी जाती है.

    आयोजन स्थल पर एक के बाद एक गोविंदा की टीमें कतार में लगी होती हैं. साथ ही तेज संगीत के कार्यक्रम भी चल रहे होते हैं.

    कुछ जगहों पर लाइव म्यूजिक, तो कहीं डीजे की धूम रहती है. कुछ जगहों पर गोविंदा की टीमों के शरीर पर पानी भी फेंका जाता है. इस दौरान कलाकारों औरनेताओं का रेला देखने को मिल सकता है. कलाकार भी लोगों का ख़ूब मनोरंजन करते हैं. और ये सब देखने के लिए सैकड़ों युवा वहां जुटते हैं.कुछ लोगों के लिए यह दही हांडी का त्योहार है तो कुछ लोगों के लिए यह कृष्ण-जन्माष्टमी का और इस त्योहार के आते ही  लोगों का जोश देखते ही बनता है.इस त्योहार में सबसे ख़ास होती है गोविंदाओं की टोली. जो एक के ऊपर एक चढ़कर पिरामिड बनाते हैं, हांडी तोड़ते हैं. लेकिन सिर्फ़ इतना ही नहीं होता…गीत-संगीत होता है. जिसमें सिर्फ़ आम लोग नहीं बल्कि सेलीब्रिटीज़ भी हिस्सा लेते हैं.कई बार एक के ऊपर एक चढ़कर पिरामिड बनाने वाले इन गोविंदाओं की टोली ऊंचाई से गिर पड़ती, कुछ घायल हो जाते

    कुछ समाजसेवी संस्थाओं ने बाल अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई कि इस तरह मानव श्रृंखला बनाना बच्चों को ख़तरे में डालना है. जुलाई 2014 में बाल अधिकार आयोग ने पहली बार एक फ़ैसला सुनाते हुए कहा कि 12 साल से कम उम्र का कोई भी बच्चा दही-हांडी की प्रतियोगिता में शामिल नहीं होगा.

    सुरक्षा कारणों की वजह से, बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी दही-हांडी को टांगे जाने की ऊंचाई, गोविंदाओं की संख्या और इस प्रतियोगिता में शामिल होने वालों की उम्र को लेकर कई तरह के नियम तय किया. कोर्ट ने आदेश दिया कि इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए न्यूनतम उम्र बारह साल होगी.

    दही-हांडी के विशाल आयोजनों का असर यातायात व्यवस्था पर भी पड़ता है, जिससे आम लोगों को निश्चित तौर पर परेशानी का सामना करना पड़ता है. तो इन सारी बातों को देखते हुए नगर निगम ने भी अपनी ओर से इस त्योहार को लेकर कुछ सख़्त नियम तय कर दिये.

  • महाराष्ट्र में दही हांडी उत्‍सव परंपरागत उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। दही हांडी के लिए कई गोविंदा समूह मानव पिरामिड बना रहे हैं। कई महिला समूह भी मानव पिरामिड बनाने में जुटे हैं। मुंबई में इन मानव पिरामिडों के लिए आयोजकों ने एक लाख रूपये तक की ईनाम राशि की घोषणा की है। कुछ समूहों ने आठ और नौंवी मंजिल तक की पिरामिड बनाने का अभ्यास किया है। महाराष्ट्र सरकार ने लगभग 75 हजार गोविंदाओं को बीमा कवच दिया है। मानव पिरामिड बनाने के दौरान घायल होने वाले गोविंदाओं के उपचार के लिए अस्पताल में भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
  • बांग्लादेश में हिंदू समुदाय भगवान कृष्ण के जन्मोत्‍सव जन्माष्टमी को पूरे धार्मिक उत्साह के साथ मना रहा है। ढाका के कई इलाकों में कृष्ण भक्तों ने इस अवसर पर जुलूस निकाले। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अलग-अलग संदेशों में इस अवसर की पूर्व संध्या पर हिंदू समुदाय के सदस्यों को शुभकामनाएं दीं।
  •  प्रदेश सहित देशभर में भगवान श्रीकृष्ण के प्रसिद्ध मंदिर देखने को मिल जाते है। गांवों में भी भगवान श्रीकृष्ण के अलग-अलग नामों के मंदिर स्थित है। जहां भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिदिन पूजा की जाती है। आसपास में बिहारी जी मंदिर, गोपाल जी मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर, सीताराम मंदिर सहित ठाकुर जी के मंदिर मिल जाएंग, लेकिन भगवान श्रीकृष्ण के भैया दाऊ का मंदिर कम ही देखने को मिलता है। जी हां  नीमकाथाना/टोडा. गांव से पांच किमी दूर कालाकोटा के दाऊ धाम मंदिर में भैया दाऊ की मूर्ति विराजमान है। यह निंबार्क संप्रदाय का मंदिर है। नीमकाथाना व सीकर जिले का एकमात्र दाऊ मंदिर टोडा के कालाकोटा में स्थित है। यह प्राचीन मंदिर है। जहां भैया दाऊ की पूजा की जाती है। 500 साल पुराना है मंदिर की स्थापना हुए करीब 500 साल हो चुके हैं।  वीरान जंगल में धूणी व भैरूं की मूर्ति की स्थापना की गई। पाटन दरबार के शासक जब संत से मिलने आए। संत ध्यान दास महाराज ने पाटन दरबार के शासक को चमत्कार दिखाया। इसके बाद पाटन दरबार के शासक ने भूमि दान की। भैया दाऊ की मूर्ति प्रतिष्ठापित हुए करीब साढ़े चार सौ साल हो गए है। तब से लेकर आज तक यहां पर भैया दाऊ की पूजा की जाती है।
  • इन मंदिरों के सोशल मीडिया पेजेज पर भक्त लाइव दर्शन करना अधिक पसंद करते हैं। लोग इन सोशल मीडिया पेजेज मंदिरों की सेवा-पूजा की जानकारी भी लेते हैं। कई पेजेज पर विभिन्न पर्वों जैसे जन्माष्टमी सहित होली, दीपावली, रंग पंचमी, पूर्णिमा आदि के विशेष दर्शन, झांकियां भी अपलोड की जाती हैं। जिनके व्यूज भी हजारों-लाखों में होते हैं। हालांकि श्रीनाथजी के लाइव दर्शन नहीं कराए जाते।
  • सनातन धर्म में पितृ पक्ष का बड़ा महत्व है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक, पितृपक्ष में श्राद्ध पिंडदान और तर्पण का किया जाता है, ताकि पितरों की कृपा साल भर बनी रहे. पितृ पक्ष में विधि विधान पूर्वक श्रद्धा कम करने से पितृ प्रसन्न होकर अपने परिजनों को आशीर्वाद देते हैं. ये भी माना जाता है कि यदि परिजन पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म नहीं करते तो पितृ इसे तिरस्कार समझते हैं. पितृपक्ष भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के साथ शुरू होकर कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि तक चलता है. इस साल पितृपक्ष 15 दिनों तक होगा, पितृपक्ष की शुरुआत 28 सितंबर से हो रही है, जो 14 अक्टूबर तक चलेगी. पितृपक्ष के दरमियान पितरों का पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध करने का भी विधान बताया गया है. पितरों को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय करने से पितृ जल्द प्रसन्न होते हैं.
  • भारत 18वें जी20 शिखर सम्‍मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। विश्व भर से जी-20 नेता शनिवार से शुरू हो रहे वैश्विक समारोह में भाग लेने के लिए नई दिल्‍ली पहुंच रहे हैं। मॉरीशस के प्रधानमंत्री  और नाइजीरिया के राष्ट्रपति  पहले ही राष्‍ट्रीय राजधानी पहुंच चुके हैं। अन्‍य देशों के राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष भी आज नई दिल्‍ली पहुंच रहे हैं। इस बीच वैश्विक नेताओं का स्‍वागत करने के लिए राजधानी में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जी-20 अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्‍मेलन को सफल और ऐतिहासिक बनाने के आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं।
  • जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर गुरुग्राम प्रशासन ने जिले के सभी कॉर्पोरेट कार्यालयों और निजी संस्थानों से  अपने कर्मचारियों को कल घर से काम करने के लिए कहने का निर्देश दिया है।  जिला मजिस्‍ट्रेट और उपायुक्‍त ने अपने  परामर्श में कहा है कि जी -20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर 8 सितंबर को राष्ट्रीय राजमार्ग -48 पर यातायात को नियंत्रित किया जाएगा जिसकी वजह से गुरुग्राम की सड़कों पर यातायात भीड़ हो सकती है। परामर्श में कहा गया है कि यातायात की भीड से बचने के लिए सावधानी बरती जाये और यात्रा कम से कम की जाये।
  • नई दिल्ली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मलेन को लेकर यातायात प्रतिबंध लगाए गए है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार सभी प्रकार के माल ढुलाई वाहन, वाणिज्यिक वाहन, अंतरराज्यीय बसें और स्थानीय सिटी बसें आज मध्य रात्रि से 10 सिंतबर तक मथुरा रोड (आश्रम चौक से आगे), ,भैरों रोड, पुराना किला रोड और प्रगति मैदान सुरंग के अंदर नहीं चलेंगी। वहीं भारी माल वाहक वाहन, मध्यम माल वाहक वाहन और हल्के माल ढुलाई वाहनों को आज रात नौ बजे से 10 सितंबर तक दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। आठ सितंबर सुबह 5 बजे से 10 सितंबर तक नई दिल्ली जिले का पूरा क्षेत्र नियंत्रित जोन घोषित किया गया है।
  • वहीं आवश्यक वस्तुओं जैसे दूध, सब्जियां, फल, चिकित्सा आपूर्ति और अन्य सामान ले जाने वाले मालवाहक वाहनों को वैध “नो एंट्री परमिशन” के साथ दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा, दिल्ली के निवासी, अधिकृत और आपातकालीन वाहन, दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे। दिल्ली एयरपोर्ट, पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को नई दिल्ली जिले में प्रवेश की अनुमति होगी। हालांकि, टैक्सियों को 9 सितंबर को सुबह 5 बजे से, 10 सितंबर तक नई दिल्ली जिले में प्रवेश या चलने की अनुमति नहीं होगी। दिल्ली में पहले से मौजूद बसों के साथ ही वाणिज्यिक वाहनों को रिंग रोड और रिंग रोड से आगे दिल्ली की सीमाओं की ओर सड़क नेटवर्क पर जाने की अनुमति होगी।  दिल्ली के सभी क्षेत्रों में आवश्यक चीजें जैसे- दूध, दवाई और राशन की दुकाने खुली रहेंगी। दिल्ली में 8, 9 और 10 तारीख को स्कूल, कॉलेज और कार्यालय भी बंद रहेंगे।
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन  ने वीरवार को देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1′ में लगे कैमरे द्वारा ली गई अंतरिक्ष यान की “सेल्फी” और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें जारी कीं। ‘आदित्य-एल1′ द्वारा ली गईं ये पहली तस्वीरें हैं। लक्षित कक्षा में पहुंचने के बाद यह अंतरिक्ष यान जमीन पर स्थित स्टेशन को विश्लेषण के लिए हर रोज 1,440 तस्वीरें भेजेगा।

    अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के लिए रवाना हुए ‘आदित्य-एल1′ ने सेल्फी ली और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें लीं।” तस्वीरों में ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजर (एसयूआईटी) उपकरण दिखाई देते हैं, जैसा कि 4 सितंबर, 2023 को आदित्य-एल1 पर लगे कैमरे द्वारा देखा गया था। इसरो ने कैमरे द्वारा ली गईं पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें भी साझा कीं। वीईएलसी ‘आदित्य एल1′ का प्राथमिक उपकरण है जो बेंगलुरु स्थित भारतीय ताराभौतिकी संस्थान (IIA) द्वारा बनाया गया है।अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु से संबंधित ‘Aditya L-1′ ने सेल्फी और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें लीं।” तस्वीरों में ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजर (suiit) उपकरण दिखाई देते हैं, जैसा कि 4 सितंबर, 2023 को Aditya L-1 पर लगे कैमरे द्वारा देखा गया था। इसरो ने कैमरे द्वारा ली गईं पृथ्वीअंतर-विश्‍वविद्यालय खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी केन्‍द्र (IUCAA), पुणे ने IUCAA उपकरण का निर्माण किया है। आईआईए के अधिकारियों के अनुसार, VELC  लक्षित कक्षा में पहुंचने पर विश्लेषण के लिए प्रतिदिन 1,440 तस्वीर जमीनी स्टेशन को भेजेगा। इसरो ने दो सितंबर को अपने विश्वसनीय PSLV-C57 रॉकेट के जरिए ‘आदित्य-एल1′ को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था। ‘Aditya-L1′ अंतरिक्ष यान सूर्य का अध्ययन करने के लिए अपने साथ कुल सात उपकरण लेकर गया है, जिनमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और शेष तीन उपकरण प्लाज्मा एवं चुंबकीय क्षेत्र के यथास्थान मापदंडों को मापेंगे। इस अंतरिक्ष यान को लैग्रेंजियन बिंदु 1 (L1) पर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जो सूर्य की दिशा में पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर है। यह सूर्य के चारों ओर समान सापेक्ष स्थिति में चक्कर लगाएगा और इसलिए लगातार सूर्य पर नजर रख सकता है।

  • राजस्थान आवासन मंडल में लगभग तीन दशक के बाद विभिन्न 258 पदों पर होने वाली सीधी भर्ती परीक्षा-2023 8 से 11 सितंबर (शुक्रवार से सोमवार) तक प्रदेश के 3 जिलों (जयपुर, जोधपुर, उदयपुर) के 62 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित करवाई जाएगी।
  • सी-डैक (सेंटर फॉर डवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग) संस्था द्वारा ली जाने वाली सीधी भर्ती परीक्षा के लिए सभी सुरक्षा के इंतजाम कर लिए गए हैं। सभी केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा में परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा पर्याप्त पुलिस बल और फ्लाइंग स्क्वॉड की तैनाती भी की गई है। प्रत्येक केंद्र का लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा, जिसकी मंडल मुख्यालय पर स्थापित कमांड सेंटर से निरंतर निगरानी की जाती रहेगी।
  • सभी परीक्षा केंद्रों पर मंडल द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की निगरानी में परीक्षा होगी। परीक्षा के सुचारू और सफल संचालन के लिए मंडल सचिव सहित 9 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो कि परीक्षा से जुड़ी तमाम कार्यवाही और घटनाक्रम पर कड़ी और पैनी नजर रखेगी। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा एजेंसी भी पूरी तरह मुस्तैद और सजग रहेगी।
  • 8 से 11 सितंबर तक चार दिन चलने वाली परीक्षा सुबह और दोपहर दो पारियों में संचालित की जाएगी। पहली पारी सुबह 9:30 से 12:30 तथा दूसरी पारी अपरान्ह 3.30 से 6:30 बजे तक आयोजित होगी। सुबह 9:30 से 12:30 तक चलने वाली पारी में अभ्यर्थी को 7 बजे तक सेंटर पर रिपोर्ट करना होगा। 8 बजे बाद परीक्षा हॉल में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दूसरी पारी 3.30 से 6.30 चलेगी, जिसमें अभ्यर्थी के लिए 1 बजे रिपोर्टिंग टाइम होगा। 2 बजे बाद परीक्षा हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि 258 विभिन्न पदों के लिए कुल 59 हजार 968 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
  • मुख्यमंत्री  आज शाम को उदयपुर पहुंचे। हेलीपेड पर अधिकारियों ने अगवानी की। गहलोत सांवरियाजी से हेलीकॉप्टर से शाम साढ़े छह बजे हेलीपेड पर उतरे।बाद में सीएम सर्किट हाउस पहुंचे और रात्रि विश्राम आज उदयपुर में ही करेंगे। सीएम का सवेरे उदयपुर से जयपुर जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
  • शाहरुख खान की जवान दुनियाभर के थियेटरों में 7 सितंबर को रिलीज हो गई है, जिसके चलते सोशल मीडिया रिएक्शन, पब्लिक रिव्यू और समीक्षकों के रिव्यू चर्चा में हैं. वहीं फैंस भी फिल्म को ब्लॉकबस्टर बताते दिख रहे हैं.

    फिनटेक फर्म पेटीएम ने कार्ड के जरिए पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए ‘Paytm कार्ड साउंड बॉक्स’ नाम से एक नया डिवाइस लॉन्च किया है। यह डिवाइस मौजूदा ‘साउंड बॉक्स’ का एक एडवांस्ड वर्जन होगा, जो QR के साथ क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड से 5000 रुपए तक का पेमेंट एक्सेप्ट करेगा। कंपनी ने इसकी कीमत 999 रुपए रखी है।

    इस डिवाइस में टैप-एंड-पे का बिल्ट-इन फीचर है, जो वीजा, मास्टर कार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस और रुपे कार्ड से भी पेमेंट रिसीव कर पाएगा। पेटीएम के इस डिवाइस से नियर फिल्‍ड कम्‍युनिकेशन (NFC) के जरिए स्मार्टफोन से भी पेमेंट किया जा सकता है। इसके अलावा यह डिवाइस एक LCD डिस्प्ले से लैस है, जो पेमेंट की जानकारी दिखाएगा।

    हाल ही में पेटीएम ने पेटीएम पॉकेट साउंड बॉक्स और पेटीएम म्यूजिक साउंड बॉक्स लॉन्च किया था। लेकिन पेटीएम कार्ड साउंड बॉक्स इन सबसे एडवांस्ड है।  इस डिवाइस की लॉन्चिंग के साथ कंपनी ने मर्चेंट्स की दो समस्याओं का सामाधान किया है – कार्ड से पेमेंट एक्सेप्ट करने के साथ-साथ सभी पेमेंट का इंस्टेंट ऑडियो अलर्ट देना।

  • बम्‍बई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक 385 अंक उछल कर 66 हजार 266 पर बंद हुआ। नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी भी 116 अंक बढकर 19 हजार 727 पर पहुंच गया।
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  • उदयपुर में दोनों कीमती धातुओं के भाव इस प्रकार रहे
    सोना 22 कैरेट 1 ग्राम₹  5599 सोना 24 कैरेट 1 ग्राम ₹ 5879
    चांदी 1 किलो बार का भाव रहा ₹₹ 77500
    • मौसम
    • मौसमविभाग ने अगले तीन से 4 दिनों के दौरान देश के उत्तरी प्रायद्वीपीय, मध्य और आसपास के इलाकों में सक्रिय मानसून जारी रहने का अनुमान व्‍यक्‍त किया है। ओडिशा, झारखंड, बिहार, गंगेय पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में तेज वर्षा हो सकती है।
  • उदयपुर में  पिछले 24 घंटों के दौरान  तापमान रहा अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम  23 सेल्सियस

  • तो ये थीं अब तक की अपडेट्स हम फिर आएंगे और अपडेट्स लेकर बने रहिए हमारे साथ..

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