- हेलो फ्रेंड्स हम हाजिर हैं आज की अपडेट्स लेकर…..
- इस्राइल, ग़ज़ा पट्टी पर लगातार हवाई हमले कर रहा है। इस्राइली सेना ने संयुक्त राष्ट्र को सूचना दी है कि अगले 24 घंटे में उत्तरी गजा से पूरी आबादी को हटाकर दक्षिणी गजा में भेज दिया जाए। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लगभग ग्यारह लाख लोग उत्तरी गजा में रहते हैं। इस्राइली सेना ने गजा के निवासियों को सीधे संबोधित करते हुए उनसे किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाने को कहा है। हमास को नेस्तनाबूद करने के लिए इस्राइल द्वारा जमीनी हमले शुरू करने की आशंका के बीच यह चेतावनी आयी है।संयुक्त राष्ट्र चाहता है कि उत्तरी ग़ज़ा को खाली कराने का यह आदेश वापस ले लिया जाए क्योंकि इससे गंभीर मानवीय संकट पैदा हो सकता है।इसराइल और हमास के बीच बीते सात दिनों से भीषण संघर्ष चल रहा है.
- इसराइल ने कहा- अपनी सुरक्षा और बचाव के लिए” ग़ज़ा शहर के लोग इलाक़ा खाली कर दें.
- यूएन ने कहा है कि ये असंभव है और इसराइल को ये फ़ैसला तुरंत वापस लेना चाहिए.
- शनिवार से शुरू हमास के हमले में अब तक 1300 इसराइली लोगों की मौत हुई है.
- इसराइल लगातार गज़ा पर हमले कर रहा है, इस हमले में 1400 लोगों की मौत हो गई है.
- इसराइल ने ग़ज़ा में बिजली, पानी, खाना, दवाओं की सप्लाई रोक दी है. उसका कहना है कि इसराइली बंधकों को जब तक छोड़ा नहीं जाएगा, ग़ज़ा को ज़रूरी चीज़ों की सप्लाई नहीं मिलेगी.
युद्धग्रस्त इस्राइल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के अभियान ऑपरेशन अजय के तहत पहली उड़ान आज सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पहुंची। इस उडान से दो सौ 12 भारतीयों को इस्राइल से स्वदेश लाया गया। यह विमान तल-अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे से कल शाम रवाना हुआ था।विदेश मंत्री ने इस्राइल से वापस आने के इच्छुक भारतीयों के लिए ऑपरेशन अजय शुरु किये जाने की घोषणा की थी। इस्राइल पर हमास के हमले के बाद जारी लड़ाई को देखते हुए यह निर्णय लिया गया था।इस बीच इस्राइल में भारतीय दूतावास ने आज के लिए दूसरी उड़ान की घोषणा की है और इस बारे में ई-मेल पंजीकरण भेज दिया है। भारत सरकार के अभियान ऑपरेशन अजय के तहत इस्राइल से भारतीयों को स्वदेश लाए जाने के के बीच केरल ने राज्यवासियों को सहायता प्रदान करने के आवश्यक प्रबंध किए हैं।नई दिल्ली के केरल हाउस में 24 घंटे कार्यरत एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और स्वदेश लाए गए लोगों के स्वागत और उनकी सहायता के लिए हवाई अड्डे पर हेल्प डेस्क बनाया गया है।।एक अनुमान के अनुसार, इजरायल में 18 हजार के लगभग भारतीय फंसे हैं। इनमें ज्यादातर आईटी प्रोफेशनल और छात्र हैं। शनिवार को हमास ने इजरायल पर हमला किया, तब से वहां युद्ध जैसे हालात हैं
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विदेश मंत्रालाय ने कहा है कि फ़लस्तीनियों और इसराइल को लेकर भारत के रुख़ में कोई बदलाव नहीं आया है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “भारत हमेशा से फ़लस्तीन के लोगों के लिए एक संप्रभु, स्वतंत्र देश फ़लस्तीन की स्थापना के लिए सीधी बातचीत करने की वकालत करता रहा है. एक ऐसा देश बने जिसकी अपनी सीमा हो और फ़लस्तीनी वहां सुरक्षित रह सके. जो इसराइल के साथ भी शांति के साथ रहे.”
- बिहार में रेल दुर्घटना के बाद बक्सर के रघुनाथपुर में पटरियों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। दीनदयाल उपाध्याय-बक्सर-आरा-पटना मार्ग पर शाम में डाउन लाइन पर ट्रेन परिचालन शुरु हो गया है। सुबह के समय अप लाइन पर रेलगाड़ियों का परिचालन बहाल किया गया था।नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के 33 घंटे के बाद परिचालन बहाल कर दिया गया है। ट्रेन की 23 बोगियां बुधवार शाम बक्सर जिले के रघुनाथपुर में पटरी से उतर गई थी।आज सुबह आठ बजकर दस मिनट पर पटरी को यातायात के लिए उपयुक्त घोषित कर दिया गया।
- सिनेमैटोग्राफ अधिनियम में हाल ही में किए गए संशोधन से डिजिटल वीडियो सामग्री की चोरी पर रोक लगेगी
- NorthSikkim के लाचुंग में फंसे पर्यटकों के आखिरी समूह को आज सुरक्षित वापस लाया गया। अन्य हिस्सों में फंसे पर्यटकों और लोगों के लिए बचाव और राहत अभियान जारी है।IAF_MCCके हेलिकॉप्टर लोगों को बचाने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने में मदद कर रहे हैं।
- गुजरे दौर के बेहतरीन अभिनेता रहे हैं अशोक कुमार. ये उन अभिनेताओं में से एक थे जिनकी अदायगी बिलकुल अपनी सी लगती थी. उनकी डायलॉग डिलिवरी, उनके हाव भाव पर्दे पर भी असल जज्बात बहने का एहसास करवा ही देते थे. उस पर उनके चेहरे पर छाई रहने वाली हल्की सी मुस्कान भी खुशनुमा सी लगती थी. फिल्म हीरो से लेकर डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, सिंगर तक वो एक मंझे हुए कलाकार ही साबित हुए. उनकी एक्टिंग जितनी दमदार थी. उनके अफेयर के किस्से भी उतने ही आम रहे.
- हिंदुस्तानी सिनेमा के मशहूर अभिनेता अशोक कुमार उर्फ़ दादामुनि को इस दुनिया से गए 22 साल होने को हैं, लेकिन किसी सिनेप्रेमी से बात करें तो लगता नहीं है कि वे हमारे बीच इतने लंबे समय से नहीं हैं.छह दशक लंबे करियर में उन्होंने क़रीब 300 फ़िल्मों में काम किया. उन्होंने ऐसे-ऐसे चरित्रों को पर्दे पर साकार किया, जिन्हें भुला पाना सहज नहीं है.
उन्होंने एक के बाद एक सात सुपरहिट फ़िल्में दी थीं.उनकी फ़िल्में 1936 से 1955 तक कमाई का रिकॉर्ड बनाती रहीं. इस दौरान उन्होंने 47 फ़िल्मों में काम किया.
साल 1943 में आई ‘किस्मत’ ने तो बॉक्स ऑफ़िस पर धमाल ही मचा दिया था. कमाई के मामले में एक करोड़ का शिखर छूने वाली पहली हिंदी फ़िल्म साबित हुई थी. इस फ़िल्म में अशोक कुमार का निगेटिव किरदार था. उस दौर में यह बहुत रिस्क था, लेकिन अशोक कुमार ने करने की चुनौती स्वीकार कर ली.नतीज़ा ये रहा कि फ़िल्म 186 सप्ताह तक बॉक्स ऑफ़िस पर कमाई करती रही. शुरुआती कमाई के मामले में इस फ़िल्म के रिकॉर्ड को आख़िरकार ‘शोले’ ने तोड़ा.अभिनेता के तौर पर अशोक कुमार की करियर का दूसरा दौर ज़्यादा दमदार रहा. इसमें वे अपने फन में माहिर और मैथड एक्टिंग के गुर के साथ पर्दे पर दिखाई देते हैं. उसमें कमाल दिखते हैं.1956 में शक्ति सामंत की ‘इंस्पेक्टर’ में वे पुलिस की वर्दी में दिखते हैं.यह हिंदी सिनेमा के इतिहास में पहली बार हुआ था, जब फ़िल्म का नायक पुलिस वर्दी में दिखा था. इसके बाद सिगरेट सुलगाते अपराधी या पुलिस इंस्पेक्टर के तौर पर अशोक कुमार कई फ़िल्मों में नज़र आए. इसे बाद में हिंदी सिनेमा ने ख़ूब अपनाया.इस दौर की फ़िल्मों की लिस्ट लंबी है. ‘दादी मां’, ‘आशीर्वाद’, ‘ज्वैल थीफ़’, ‘विक्टोरिया नंबर 203’, ‘भाई’, ‘सत्यकाम’, ‘टैक्सी ड्राइवर’, ‘पाक़ीजा’, ‘सफ़र’,’प्रेम नगर’, ‘मिली’, ‘आनंद’, ‘शौकीन’, ‘छोटी सी बात’, ‘आपके दीवाने’ जैसी दर्जनों फ़िल्में हैं, जहां अशोक कुमार के अभिनय की रेंज का अंदाज़ा होता है. ऐसा लगता है कि उनके शरीर का हर अंग अभिनय करना चाह रहा हो. यह वह दौर था जब अशोक कुमार का एक टेक काफ़ी हो गया था, किसी भी सीन को करने के लिए उन्हें रीटेक की ज़रूरत नहीं होती थी. हिंदी फ़िल्मों में मौलिक बदलाव की शुरुआत अशोक कुमार ने की थी, ऊंची आवाज़ की टोन को अपने संवादों में कम करके जादू जगाया.आम लोगों के जीवन के रोजमर्रा वाली भूमिकाएं अशोक कुमार छह दशकों तक निभाते चले गए.बिहार के भागलपुर में 13 अक्टूबर, 1911 को जन्मे अशोक कुमार के स्क्रीन नेम का किस्सा भी मशहूर रहा, आख़िर वे पहले फ़िल्म दुनिया में धमाल मचाने वाले पहले कुमार थे. दिलचस्प ये है कि उनका असली नाम अशोक कुमार ही था. लेकिन उनके पिता ने मिथुन राशि का नाम रखने के लिए उनका नाम काशी विश्वेश्वर गांगुली कर दिया.इसके बाद उनका नाम कुमुद कुमार गांगुली हुआ ये नाम लंबे समय तक रहा लेकिन स्क्रीन नेम के लिए आख़िर में फिर से वे अशोक कुमार ही हुएफ़िल्मों के अभिनय के अलावा अपने शुरुआती करियर में अशोक कुमार ने अपनी फ़िल्मों के गाने भी खुद ही गाए थे. जब भारत में टेलीविजन आया तो पहले सॉप अपेरा ‘हमलोग’ के सूत्रधार के तौर पर अशोक कुमार ने दर्शकों को ख़ूब चौंकाया था. चंद मिनटों की अपनी भूमिका से वे दर्शकों को गुदगुदा जाते थे. उन्होंने इसके बाद कई टेलीविजन धारावाहिकों में भी काम किया.10 दिसंबर, 2001 को 90 साल की उम्र में उनका निधन हुआ. तब तक वो भारतीय सिनेमा के दादा मुनि बने रहे.अभिनेता के तौर देश का शीर्ष ‘दादा साहेब फाल्के’ पुरस्कार उन्हें 1988 में मिला. उन्हें 1999 में पदम भूषण सम्मान मिला. साल 1969 में ‘आशीर्वाद’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला. दो बार फ़िल्म फेयर की ओर से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता भी चुने गए. सरकार ने 2013 में उन पर एक डाक टिकट भी जारी किया था.
फिल्म स्टार विक्की कौशल की मूवी ‘सैम बहादुर’ का आज टीजर रिलीज हो चुका है। टीजर में फिल्म स्टार विक्की कौशल ‘सैम बहादुर’ के गेटअप में एकदम फिट नजर आए हैं। विक्की कौशल, सान्या मल्होत्रा और फातिमा सना शेख स्टार इस फिल्म का निर्देशन ‘राजी’ फेम निर्देशक मेघना गुलजार ने किया है। इस मूवी के लिए लोगों की उत्सुकता लगातार बनी हुई है।
ये मूवी साल 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान के युद्ध के दौरान भारत के आर्मी चीफ और भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की जिंदगी पर बनी है। इस मूवी में उनकी जिंदगी और इस लड़ाई में उनके योगदार को पर्दे पर बखूबी विक्की कौशल उतारते दिखेंगे। टीजर में विक्की कौशल ने खुद को खूबसूरती से सैम मानेकशॉ के गेटअप में ढाला है। जिसकी झलक इस टीजर में साफ दिखती है। साथ ही उनकी दमदार एक्टिंग भी इस टीजर को खास बना रही है। वहीं इस फिल्म में फातिमा सना शेख इंदिरा गांधी के छोटे से किरदार में नजर आ रही है। सान्या मल्होत्रा हर बार की तरह इस बार भी अपने किरदार में शानदार लग रही है। इस मूवी को मेकर्स इसी साल 1 दिसंबर 2022 के दिन रिलीज करने वाले हैं।
- विश्व एथलेटिक्स ने नीरज चोपड़ा को वर्ष 2023 के पुरुष एथलीट ऑफ द ईयर पुरस्कार लिए नामांकित किया है। भाला फेंक खिलाड़ी, नीरज ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता हैं।
- शुक्रवार बीएसई सेंसेक्स 125.65 अंक या 0.19% नीचे आकर 66,282.74 के स्तर पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी 59.70 अंक या 0.30% लुढ़ककर 19,734.30 के स्तर पर आकर बंद हुआ
- उदयपुर में दोनों कीमती धातुओं के भाव इस प्रकार रहे
सोना 22 कैरेट 1 ग्राम₹ 5504 सोना 24 कैरेट 1 ग्राम ₹ 5779
चांदी 1 किलो बार का भाव रहा ₹₹ 75500 - मौसम
- भारत से हजारों किमी दूर प्रशांत महासागर में हलचल का असर मौसम के मिजाज पर दिखाई देने लगता है. अगर बात इस वर्ष के मानसून की करें तो कुछ राज्यों में जमकर बारिश हुई कुछ राज्य बारिश से अछूते रह गए. उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर उत्तराखंड, पश्चिमी यूपी में बारिश तो हुई लेकिन पूर्वी यूपी, बिहार, बंगाल से मानसून रूठ गया था. वजह हैं. प्रशांत महासागर में अल निनो जब जोर पकड़ता है तो वायुमंडल में मानसूनी बादल बनने की सिस्टम कमजोर हो जाता है.कमजोर मानसून के बाद इस साल ठंड में भी स्ट्रांग अल निनो का असर नजर आ सकता है. इसके नवंबर और दिसंबर में पीक पर रहने की संभावना है. बारिश के सीजन में जब अल निनो का असर होता है तो सूखे की समस्या सामने आ जाती है. अमेरिका के नेशनल एटमॉस्फिरिक एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक 2015-16 और 1997-98 की तुलना में इसका ज्यादा नकारात्मक हो सकता है.इसकी वजह से खेती और किसान अधिक प्रभावित हुए थे.वायुमंडल की हरकतों पर नजर रखने वाले डॉ. के अनुसार बढ़ते तापमान का असर पूरे भारत में महसूस होने की संभावना है. हमने पहले ही अगस्त और सितंबर में पारा को सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ते देखा है, और 2023 अब तक का सबसे गर्म वर्ष बन सकता है। अल नीनो का प्रभाव अगले साल प्री-मॉनसून सीज़न तक संभावित गर्मी लहरों के साथ महसूस किया जा सकता है. लेकिन अभी ऐसा लगता है कि यह दक्षिणी प्रायद्वीप में पूर्वोत्तर मानसून का पक्ष ले सकता हैजून से सितंबर के ग्रीष्मकालीन मानसून के विपरीत, उत्तर-पूर्व (शीतकालीन) मानसून जो अक्टूबर में शुरू होता है और दक्षिणी राज्यों में बारिश लाता है. उसका अल नीनो के साथ अनुकूल संबंध साझा करता है. हिंद महासागर डिपोल (IOD) एक अन्य मौसम प्रणाली – के साथ मिलकर यह दक्षिण में अत्यधिक बारिश का कारण बन सकता है, जो भारत मौसम विज्ञान विभाग के इस अवधि के दौरान दक्षिणी राज्यों के लिए सामान्य से अधिक बारिश के पूर्वानुमान की तरह है.
भारतीय मौसम पर जलवायु घटना के संभावित प्रभाव की जांच करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि दोनों के बीच कोई सीधा-सीधा संबंध नहीं है। इसका एक उदाहरण चार महीने का दक्षिण पश्चिम मानसून का मौसम है जो इस सितंबर में समाप्त हुआ था. दक्षिण पश्चिम मानसून पर अल नीनो की छाप दिखाई दी जो पूरी तरह से असंतुलित था.अगस्त में कम बारिश के साथ लंबे समय तक सूखे की स्थिति देखी गई, जो सितंबर तक बढ़ी. इसलिए बारिश उम्मीद से कम थी. अल नीनो जल्द ही खत्म नहीं होने वाला है. यह और मजबूत होगा.
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राजस्थान में 15 अक्टूबर से पोस्ट मानसून की बारिश शुरू हो सकती है। दरअसल, उत्तर भारत में आज एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हुआ है। इस सिस्टम के बाद दो अन्य बैक टू बैक सिस्टम आ रहे है। इन तीनों सिस्टम के असर से उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में बारिश शुरू होगी।
मारवाड़ के अधिकांश हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ दिन में तपिश भरा मौसम बना रहा। मौसम विभाग के अनुसार रविवार शाम से प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके असर से जोधपुर संभाग के कई हिस्सों में सोमवार और मंगलवार को बादल-बरसात का मौसम रहेगा। कई स्थानों पर हल्की से लेकर मध्यम बारिश होने की संभावना है। बुधवार से मौसमी गतिविधियों में कमी आएगी। गुरुवार को बादल छंटने के बाद रात और दिन के तापमान में गिरावट होने से गुलाबी सर्दी बढ़ने की संभावना है। विशेषकर दिन में तापमान 30 डिग्री के पास रहेगा।
उदयपुर में शुक्रवार को -सुबह हल्की हवा बहने से मौसम सुहाना बना रहा लेकिन धूप निकलने के बाद तपिश बढ़नी शुरू हो गई। दोपहर में गर्मी सताने लगी। शाम ढलने के बाद भी हल्की गर्मी बनी रही। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह की तुलना में रात को अपेक्षाकृत अधिक गर्मी महसूस की गई। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी ऐसा ही मौसम रहा। अगले सप्ताह से मौसम में बदलाव होने पर गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।उदयपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान रहा अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 सेल्सियस - तो ये थीं अब तक की अपडेट्स हम फिर आएंगे और अपडेट्स लेकर बने रहिए हमारे साथ…..