- हेलो फ्रेंड्स हम हाजिर हैं आज की अपडेट्स लेकर…..
- गणेश चतुर्थी पर्व पर बधाई और शुभकामनाएं …..गणेश जी का जीवन हमें श्रेष्ठ और सृृजनात्मक कार्य के लिए प्रेरणा देता है। इसलिए इस पर्व पर हमें रचनात्मक कार्यों और जरूरतमंदों की सहायता करने का संकल्प लेना चाहिए। बुजुर्गों और माता-पिता के प्रति सम्मान एवं सेवा का भाव रखना चाहिए। पर्व शांति, सद्भाव, भाईचारे एवं उल्लास के साथ मनाएं।
- गणेश चतुर्थी से नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो जाएगा. 18 सितंबर को पुरानी संसद भवन में विशेष सत्र के दौरान इसका ऐलान किया गया. नए संसद भवन में एंट्री और एग्जिट के लिए 6 गेट बने हैं. हर गेट 140 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद के विभिन्न पहलुओं का प्रतीक है. नए संसद भवन के पहले तीन गेट का नाम अश्व, गज और गरुड़ गेट है. ये तीनों औपचारिक द्वार हैं. इनका नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार भी है. इन गेटों का इस्तेमाल उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री करेंगे. जबकि मकर, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक के लिए किया जाएगा.नए संसद भवन के द्वार पर जितने भी जानवर की प्रतिमाएं स्थापित हैं, उनका बड़ा आध्यात्मिक एवं पौराणिक महत्व है. शास्त्रों में यह सब हमारी संस्कृति और ज्ञान के प्रतीक हैं. ये हमें चलते रहने की प्रेरणा देते हैं. ये सुख, शांति, समृद्धि के द्योतक हैं. शुभ जानवरों की लाल बलुआ पत्थर की मूर्तियां भारतीय संस्कृति में उनके महत्व, उनकी सौंदर्य उपस्थिति, सकारात्मक गुणों और वास्तु शास्त्र के अध्ययन के आधार पर अभिभावक मूर्तियों के रूप में स्थापित की गई हैं.
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पूरे देश में Ganesh Chaturthi की बड़े ही धूमधाम से तैयारी चल रही है. कहीं लोग गणपति बप्पा को घर लाने के लिए मार्केट के चक्कर लगा रहे हैं, तो कहीं अलग-अलग थीम से पंडाल भी सजाए जा रहे हैं. इन थीम बेस्ड पंडालों को खासतौर पर तैयार किया जा रहा है. जो गणेश चतुर्थी त्योहार के उत्साह में चार-चांद लगा रहे हैं.
- शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। शांतिनिकेतन गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के दृष्टिकोण और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।
- पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन को कल यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रविन्द्र नाथ टैगोर के पिता महाऋषि देबेन्द्रनाथ टैगोर ने 1901 में इसकी स्थापना की थी। यह प्राचीन भारतीय पंरपराओं पर आधारित एक आवासीय विद्यालय और कला केन्द्र है। शान्तिनिकेतन धार्मिक और सांस्कृतिक विरोधाभासों से परे मानवता की एकता का दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। मानवता की एकता या विश्व भारती को मान्यता देते हुए 1921 में शांतिनिकेतन में एक वैश्विक विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी।
- महाराणा राजसिंह के शासन काल में बना 360 साल पुराने बोहरा गणेश मंदिर में विशाल मेला लगता है. बोहरा गणेश मंदिर में गजानन के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं.उदयपुर के सुप्रसिद्ध बोहरा गणेश मंदिर को लगभग 360 साल पुराना है. यहां परिवार में कोई भी शुभ कार्य होता है, तो बोहरा गणेश जी को प्रथम निमन्त्रण जाता है. साथ ही निर्विघ्न कार्य संपूर्ण हो यह मनोकामना की जाती है. शहर में कोई व्यापार, कारोबार हो या वाहन की खरीद फरोख्त, कोई आयोजन हो या विवाह जैसा संस्कार, पहला निमंत्रण उन्हें ही दिया जाता है. उनका पूजन कर आशीर्वाद लिया जाता है. बोहरा गणेश जी को मोदक व लड्डू का भोग लगाकर भक्त खुद प्रसाद ग्रहण करते है.
- महाराणा राजसिंह के शासन काल में बना यह मंदिर, तत्कालीन उदयपुर रियासत के अंतर्गत यह मंदिर आता था और व्यापार व्यवहार (बोहर) की सफलता की कामना को लेकर आने वाले यहां पूजन करते थे ओर कामना करते थे कि उनके कार्य मे कोई विघ्न न आए. यह मंदिर बहुत छोटे नागर रूप वाला है और यहां गर्भगृह में नृत्य करते भगवान गणेश विराजित हैं. श्री विनायक मूर्ति उत्तरमुखी भी है,यह स्वरूप मध्यकाल में बहुत लोकप्रिय रहा.
यहां गणेश चतुर्थी पर तो बहुत बड़ा मेला लगता है. उस दिन हजारों श्रद्धालुओं का यहां आकर भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना करतें है. वैसे हर बुधवार को दर्शन करने के लिये भक्त आते है. संतान, सुख, समृद्धि, यात्रा, निवेश आदि मनोकामना पूरी होने पर प्रसादी(प्रसाद चढ़ाना) करने का चलन है. परम्परागत व्यंजन दाल बाटी चूरमा बनाया जाता है. जिसका भोग भगवान को लगाया जाता है.
उदयपुर के 360 साल पुराने बोहरा गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी पर विशाल मेला लगता है। इस मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हैं।राजस्थान में स्थित प्राचीन हिंदू मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। बोहरा गणेश मंदिर उदयपुर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में भगवान गणेश की एक नृत्य करती हुई मूर्ति है। यह मूर्ति उत्तरमुखी है, जो मध्यकाल में बहुत लोकप्रिय थी। यह मंदिर उदयपुर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
मंदिर का नाम “बोहरा” शब्द से लिया गया है, जो एक व्यापारी समुदाय का नाम है। कहा जाता है कि इस समुदाय के लोग इस मंदिर में आकर भगवान गणेश से अपने व्यापार में सफलता की कामना करते थे। मंदिर में भगवान गणेश की एक नृत्य करती हुई उत्तरमुखी मूर्ति है, जो मध्यकाल में बहुत लोकप्रिय थी।बोहरा गणेश मंदिर एक छोटा सा मंदिर है जो उदयपुर शहर के केंद्र में स्थित है। मंदिर का निर्माण लाल पत्थर से किया गया है। मंदिर का मुख्य द्वार उत्तर की ओर है। मंदिर के अंदर गर्भगृह है, जिसमें भगवान गणेश की मूर्ति है। मूर्ति नृत्य करती हुई है और हाथों में मोदक और वरद हस्त मुद्रा है।गणेश चतुर्थी पर बोहरा गणेश मंदिर में मेले की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर को सजाया जा रहा है और भक्तों के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मेले में प्रसादी, झूले, और अन्य मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। - ब्रिटेन सरकार ने 4 अक्टूबर से वीजा शुल्क में वृद्धि की घोषणा की है। ब्रिटेन जाने वाले भारत सहित विश्व के यात्रियों को 6 महीने से कम की अवधि के लिए वीजा शुल्क में 15 पाउंड की वृद्धि होगी। विद्यार्थियों के लिए वीजा शुल्क एक सौ 27 पाउंड महंगा हो जाएगा। शुल्क दरों में ये बदलाव देश के सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन में हुई वृद्धि से निपटने के लिए किया गया है। यह वृद्धि वीजा की विभिन्न श्रेणियों पर लागू होगी, लेकिन इसके लिए संसद की स्वीकृति लेनी आवश्यक होगी।
- ब्रिटेन के संसद में कानून के माध्यम से पेश किए गए इन बदलावों के परिणामस्वरूप छह महीने से कम समय के लिए यात्रा वीज़ा की लागत बढ़कर 115 पाउंड हो जाएगी। इसके अलावा, ब्रिटेन के बाहर से विद्यार्थी वीज़ा के लिए आवेदन करने का शुल्क भी बढकर, देश में आवेदनों के लिए ली जाने वाली राशि के बराबर यानि 490 पाउंड हो जाएगी। यह समायोजन ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा जुलाई में की गई इस घोषणा के बाद किया गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन में वृद्धि को समायोजित करने के लिए वीज़ा शुल्क और स्वास्थ्य अधिभार में काफी वृद्धि की जाएगी।
- इस वर्ष से नोबेल पुरस्कार विजेताओं के लिए इनामी राशि बढ़ा दी गई है। नोबेल फाउंडेशन के अनुसार, इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं को एक करोड़ दस लाख स्वीडिश मुद्रा क्राउन दी जाएगी जो लगभग आठ करोड़ दस लाख रूपये के बराबर है। फाउंडेशन की आर्थिक स्थिति के अनुरूप, नोबेल पुरस्कार विजेताओं को दी जाने वाली राशि में हाल के वर्षों में एक से अधिक बार बदलाव किया गया है।इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा अगले महीने की जायेगी और विजेताओं को 10 दिसम्बर को एक भव्य समारोह में पुरस्कृत किया जायेगा। नोबल पुरस्कार समारोह दस दिसम्बर को अल्फ्रेड नोबल की पुण्यतिथि पर आयोजित किया जाता है। नोबल शांति पुरस्कार नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में आयोजित किये जाते हैं, जबकि अन्य पुरस्कार समारोह स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में आयोजित होते हैं।
- राजस्थान ललित कला अकादमी की 64वीं वार्षिक कला प्रदर्शनी के निर्णायक मण्डल ने राज्य के 10 कलाकारों की कलाकृतियों को पुरस्कार योग्य घोषित किया है।डॉ. अमिता राज गोयल (रिक्रियेटिंग नेचर-2), दिशांक शर्मा (स्मृित), महेश कुमार कुमावत (सनातन ) शिखा (देयर ईज समथिंग), सोम्य यादव (साईनम ऑफ सैल्फ), नकुल गोदारा (शेडो), अमर प्रजापत (जयपुर अरावली- 1), प्रभु लाल गमेती (अनटाईडल्ड-2), उदित अग्निहोत्री (किंगडम), दीपिका रावजानी (लाईफ एण्ड डेथ) को उनकी कलाकृतियों के लिए पुरस्कृत किया गया।
- प्रदर्शनी के लिए राज्य भर से 169 कलाकारों की 505 चित्र एवं मूर्तिशिल्प प्राप्त हुई थीं जिसमें निर्णायक मण्डल ने प्रदर्शनी के लिये 64 कलाकारों की 78 कलाकृतियों का चयन किया। इनमें पुरस्कृत कलाकृतियां भी सम्मिलित है। प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर पुरस्कृत 10 कलाकारों को पच्चीस-पच्चीस हजार रूपये के नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किये जायेंगे।
- उदयपुर में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते सोमवार को एक कच्चे मकान की दीवार ढहने से एक वृद्धा की मौत हो गई। घटना बरण्डाफला कनबई गांव में दोपहर की है
- पश्चिम रेलवे जोन के क्षेत्रो में भारी बारिश के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है। जिनके कारण उदयपुर बड़ी सादड़ी तथा उदयपुर चित्तौड़गढ़ रेलसेवाएं रद्द रहेगी।पश्चिम रेलवे में भारी बारिश से रेल यातायात के मार्ग परिवर्तन एवं गाड़ियों की Bunching के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे पर संचालित निम्न रेलसेवाए रद्द रहेगी
- गाडी संख्या 09601, उदयपुर सिटी-चित्तौडगढ रेलसेवा दिनांक 18.09.23 एवं 19.09.23 को रद्द रहेगी।
- गाडी संख्या 09602, चित्तौडगढ-उदयपुर सिटी रेलसेवा दिनांक 19.09.23 व 20.09.23 को रद्द रहेगी।
- गाडी संख्या 09611, उदयपुर सिटी-बड़ी सादड़ी रेलसेवा दिनांक 18.09.23 एवं 19.09.23 को रद्द रहेगी।
- गाडी संख्या 09612, बड़ी सादड़ी-उदयपुर सिटी रेलसेवा दिनांक 19.09.23 एवं 20.09.23 को रद्द रहेगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मण्डल पर निम्न रेलसेवाए प्रभावित रही :-
- गाड़ी संख्या 09622, बान्द्रा टर्मिनस-अजमेर रेल सेवा जो दिनांक 18.09.23 को बान्द्रा टर्मिनस से प्रस्थान की है वह रेलसेवा परिवर्तित मार्ग वाया अहमदाबाद-पालनपुर-अजमेर होकर संचालित की गई ।
- गाड़ी संख्या 12955, मुम्बई सेट्रल-जयपुर रेल सेवा जो दिनांक 17.09.23 को मुम्बई सेट्रल से प्रस्थान की है वह रेलसेवा परिवर्तित मार्ग वाया अहमदाबाद-पालनपुर-अजमेर होकर संचालित की गई ।
- गाडी संख्या 12479 जोधपुर-बान्द्रा टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 17.09.23 को जोधपुर से प्रस्थान की वह रेलसेवा वडोदरा तक संचालित की गई अर्थात् यह रेलसेवा वडोदरा-बान्द्रा टर्मिनस के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाडी संख्या 12480 बान्द्रा टर्मिनस-जोधपुर रेलसेवा दिनांक 18.09.23 को बान्द्रा टर्मिनस के स्थान पर वडोदरा से प्रस्थान किया अर्थात् यह रेलसेवा बान्द्रा टर्मिनस-वडोदरा के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाडी संख्या 12990 अजमेर-दादर रेलसेवा जो दिनांक 17.09.23 को अजमेर से प्रस्थान किया वह रेलसेवा अहमदाबाद तक संचालित हुई अर्थात् यह रेलसेवा अहमदाबाद-दादर के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाडी संख्या 12989 दादर-अजमेर रेलसेवा दिनांक 18.09.23 को दादर के स्थान पर अहमदाबाद से प्रस्थान किया अर्थात् यह रेलसेवा दादर-अहमदाबाद के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाडी संख्या 14707, बीकानेर-दादर रेलसेवा जो दिनांक 17.09.23 को बीकानेर से प्रस्थान किया वह रेलसेवा वडोदरा तक संचालित हुई अर्थात् यह रेलसेवा वडोदरा-दादर के मध्य आंशिक रद्द रही।
- गाडी संख्या 14708 दादर-बीकानेर रेलसेवा दिनांक 18.09.23 को दादर के स्थान पर वडोदरा से प्रस्थान किया अर्थात् यह रेलसेवा दादर-वडोदरा के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाडी संख्या 22452 चंडीगढ-बान्द्रा टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 17.09.23 को चंडीगढ से प्रस्थान किया वह रेलसेवा वडोदरा तक संचालित हुई अर्थात् यह रेलसेवा वडोदरा-बान्द्रा टर्मिनस के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाडी संख्या 22451 बान्द्रा टर्मिनस-चंडीगढ रेलसेवा दिनांक 18.09.23 को बान्द्रा टर्मिनस के स्थान पर वडोदरा से प्रस्थान किया अर्थात् यह रेलसेवा बान्द्रा टर्मिनस-वडोदरा के मध्य आंशिक रद्द रही ।
- गाड़ी संख्या 19414 कोलकाता- अहमदाबाद एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाया रतलाम, चित्तौड़, असारवा होकर संचालित हुई ।
- ड़ी संख्या 22830 शालीमार- भुज सुपरफास्ट परिवर्तित मार्ग वाया रतलाम, चित्तौड़गढ़, चंदेरिया, अजमेर, पालनपुर, अहमदाबाद होकर संचालित होगी ।
- गाड़ी संख्या 11464 जबलपुर -सोमनाथ एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाया रतलाम, चित्तौड़गढ़,चंदेरिया, अजमेर, पालनपुर, अहमदाबाद होकर संचालित हुई ।
- गाड़ी संख्या 20936 इंदौर -गांधीधाम सुपरफास्ट परिवर्तित मार्ग वाया रतलाम, चित्तौड़गढ़, बेड़च, असारवा होकर संचालित हुई ।
- गाड़ी संख्या 12939 पुणे -जयपुर एक्सप्रेस पूर्व परिवर्तित मार्ग वडोदरा, अहमदाबाद, पालनपुर, अजमेर, के स्थान पर अब नए परिवर्तित मार्ग वाया भेस्तान, जलगांव, भुसावल, इटारसी, भोपाल, संत हिरदाराम नगर, नागदा होकर संचालित हुई ।
- बम्बई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक आज 242 अंक गिरकर 67 हजार 597 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 59 अंक घटकर 20 हजार 133 पर आ गया।
- ।उदयपुर में दोनों कीमती धातुओं के भाव इस प्रकार रहे
सोना 22 कैरेट 1 ग्राम₹ 5614 सोना 24 कैरेट 1 ग्राम ₹ 5895
चांदी 1 किलो बार का भाव रहा ₹₹ 78000 - मौसम
- गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर तेज से बहुत तेज वर्षा के जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तरी कोंकण में मूसलाधार बारिश की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग ने कहा है कि गुजरात और दक्षिण राजस्थान में कल तक और सौराष्ट्र तथा कच्छ में अगले दो दिनों के दौरान मूसलाधार बारिश की स्थिति बनी रह सकती है। मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी तेज बारिश का क्रम जारी रहने का आसार जताया है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि ओडिशा और पूर्वोत्तर राज्यों में इस महीने की 22 तारीख तक तेज बारिश की स्थिति बनी रह सकती है।गुजरात के अधिकांश हिस्सों में लगातार दूसरे दिन भी मूसलाधार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अहमदाबाद और गांधीनगर सहित उत्तरी गुजरात के जिलों में मूसलाधार वर्षा की संभावना व्यक्त की है। भारी बारिश के कारण राज्य के कई गांवों में जलभराव हो गया जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। भरूच, नर्मदा और जूनागढ़ समेत प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात की गई हैं।
- राज्यस्थान में बीते तीन-चार दिनों जारी बारिश कहीं आफत तो कहीं राहत बनकर बरस रही है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए है. फसलें बर्बाद हो गई है. इधर मौसम विभाग ने 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.राजस्थान में बीते तीन-चार दिनों से हो रही भारी बारिश से जगह-जगह से तबाही के मंजर सामने आ रहे हैं. राज्य के कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है. बांसबाड़ा, प्रतापगढ़, डुंगरपुर, जालौर, उदयपुर सहित अन्य जिलों में हुई मूसलाधार बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है. कॉलोनियां और फसलें डूब चुकी हैं. सड़के झील बन चुकी है. डैम लबालब हो गए. जिसके बाद कई डैम के गेट भी खोल दिए गए. जिससे आस-पास के इलाके के साथ-साथ सहायक नदियों में उफान आ गया है.जयपुर मौसम केन्द्र ने राजधानी जयपुर सहित 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया. मौसम विभाग के अनुसार उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, दौसा, टोंक, नागौर में भारी बारिश की आशंका है.
- बांसवाड़ा जिले में लगातार 36 घंटे से हो रही बारिश के चलते जिले में हजारों हेक्टेयर खेत जलमग्न हो गए. जिसके चलते किसानों द्वारा बोई गई फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. वह अब पशुओं के लिए खाने लायक भी नहीं रही है.
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लगातार बारिश के चलते खेतों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया है. इसके चलते जिले में करीब 50 फ़ीसदी फसल खराब होने का अंदेशा जताया जा रहा है. वहीं जिले में माही बैक वाटर के नजदीक के खेतों में भी पानी भर गया है. जिसके चलते खेतों में खड़ी फसल गिर गई है. अब उनके पकने की कोई संभावना नजर नहीं आती.
बांसवाड़ा जिले में विशेष रूप से मक्का और सोयाबीन की फसल भी इस मौसम में की जाती है. जिसका रकबा करीब 2 लाख हेक्टर माना जा रहा है.बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा, घाटोल, गनोडा, सज्जनगढ़ आनंदपुरी, कुशलगढ़ क्षेत्र में अत्यधिक बारिश होने से यहां लगभग सभी खेतों में पानी भर गया है. जिससे फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.किसान अब सरकार से बर्बाद हुई फसल के बदले मुआवजा देने की मांग करने लगे हैं. किसानों का कहना है कि फसल की बुवाई के लिए जो रुपया कर्जा लेकर फसल बोई थी वह पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. कर्ज और ब्याज भी उसके ऊपर चढ़ गया है जिसको देखते हुए सरकार किसानों के हित में जल्द से जल्द निर्णय कर मुआवजा दिलाये जाने की व्यवस्था कर रही है.
बांसवाड़ा माही बांध- तिरंगे की रोशनी में नहाया
उदयपुर में अगस्त की बेरुखी के बाद सितम्बर मे आई बरसात ने मौसम का रुख बदल दिया है. जब घने बादलो के कारण दिन में लग रहा था कि शाम हो गई. सुबह के घने बादलों ने शहर को एक अलग ही रूप दे दिया है.
- 2 दिनों से हो रही बारिश के बाद उदयपुर की झीलों के आसपास का नजारा देखते ही बनता है. जैसे मानो बादलों ने पहाड़ों को अपनी आगोश में ले लिया हो. शहर की प्रमुख झीलों, पीछोला और फतहसागर के आसपास का विहंगम दृश्य देखते ही बनता है. इन झीलों में बारिश के पानी से उठता हुआ धुंधलापन और झील के किनारे लगे पेड़-पौधे एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करते हैं.बारिश के बाद शहर की हरियाली और भी निखर जाती है.बारिश के बाद उदयपुर पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन जाता है.
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स्वरूपसागर पर चादर चली, मानसी वाकल का एक गेट खोला सबसे ज्यादा गोगुंदा में 5 इंच बारिश
उदयपुर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को शुरू हुई बारिश का क्रम अनवरत जारी है। बीती रात से रिमझिम बारिश शुरू हुई जो लगातार सवेरे तक जारी रही।
- उदयपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान रहा अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 सेल्सियस
- तो ये थीं अब तक की अपडेट्स हम फिर आएंगे और अपडेट्स लेकर बने रहिए हमारे साथ..