- हेलो फ्रेंड्स हम हाजिर हैं आज की अपडेट्स लेकर…..
- इस बार गणपति महोत्सव में उदयपुर में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पांडालों में मुंबई के लाल बाग चा राजा की तर्ज पर उदयपुर चा राजा की स्थापना कीगई । ये प्रतिमाएं सूरत और मुंबई से विशेष तौर पर लाई गई हैं। इनके अलावा पांडालों में 5 से 13 फीट तक की गणपति मूर्तियां स्थापित की गई और शहरवासी इनके दर्शन लाभ लेेंगे। अनंत चतुर्दशी तक दस दिन विविध कार्यक्रम होंगे। हर दिन बप्पा को शृंगार धराया जाएगा, भोग लगेगा तो नोटों की आंगी भी की जाएगी। मित्र मंडल भोईवाड़ा की ओर से गणेशोत्सव के लिए कोल्हापुर से लाई गई 12 फीट की प्रतिमा स्थापित की गई । मुंबई के लाल बाग के राजा पांडाल में गत वर्ष जो प्रतिमा लगी थी, उसके जैसी ही प्रतिमा लाई गई है। 1 लाख 51 हजार रुपए की इस प्रतिमा का प्रतिदिन शृंगार बदलेगा। मंडल की ओर से गत 26 वर्ष से आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा शहर में बाल सुथारवाड़ा, गड़ियादेवरा, घंटाघर, हिरणमगरी के उपनगरीय क्षेत्रों में भी गणपति प्रतिमाएं स्थापित की गई
गणपति मित्र मंडल की ओर से बापू बाजार में गत 22 साल से आयोजन किया जा रहा है। यहां स्थापित गणपति को उदयपुर चा राजा नाम से पुकारा जाता है।
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कल महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दे दी और नारी शक्ति वंदन अधिनियम को नई संसद में लाया जाएगा। संविधान 128वां संशोधन विधेयक-2023 आज लोकसभा में पेश किया गया ।
- नए संसद भवन में कार्यवाही स्थानांतरित करने से पहले आज सभी सांसद पुराने संसद भवन के प्रांगण में ग्रुप फोटोग्राफ के लिए एकत्र हुए। राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों का संयुक्त ग्रुप फोटोग्राफ लिया गया। इसके बाद राज्यसभा सांसदों का ग्रुप फोटोग्राफ और लोकसभा सांसदों का ग्रुप फोटोग्राफ भी लिया गया। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति , प्रधानमंत्री लोकसभा अध्यक्ष , राज्यसभा के उपसभापतिऔर पूर्व प्रधानमंत्री तथा पहली पंक्ति में बैठे थे।
भारतीय संसद की समृद्ध विरासत और वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ संसद के केन्द्रीय कक्ष में एक कार्यक्रम का आयोजित हुआ। पुराना संसद भवन संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा।
- भारतीय बाल कल्याण परिषद्, नई दिल्ली, प्रत्येक वर्ष बच्चों को बहादुरी के अनुकरणीय कार्यों के लिए राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय बाल कल्याण परिषद के अनुसार, देश भर के जिले के ऐसे बालक-बालिका जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर दूसरे की जान बचाने के लिए किए गए बहादुरी के अनुकरणीय कार्य से संबंधित नामांकन प्रस्ताव उनके जिला स्तर से आमंत्रित किए गए हैं। नामांकन 15 अक्टूबर, 2023 के पहले भारतीय बाल कल्याण परिषद्, नई दिल्ली को भेजे जाने है। इसके लिए राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2023 के लिए योग्य बालक-बालिका आवश्यक अभिलेखों और दस्तावेजों के साथ 15 अक्टूबर, 2023 तक वेबसाइट आईसीसीडब्ल्यू डॉट सीओ डॉट इन में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- अकादमिक वर्ष 2024-25 के स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-सी.यू.ई.टी. अगले साल 11 मार्च से 28 मार्च के बीच आयोजित की जाएगी। स्नातक कार्यक्रमों के लिए सी.यू.ई.टी. परीक्षा अगले वर्ष 15 मई से 31 मई तक आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी इसका आयोजन करेगी। परीक्षा के तीन सप्ताह के भीतर परिणामों की घोषणा कर दी जाएगी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा- जेईई की मुख्य परीक्षा वर्ष 2024 में दो सत्रों, 24 जनवरी से एक फरवरी और एक अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच आयोजित की जाएगी। स्नातक कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-नीट अगले वर्ष पांच मई को आयोजित की जाएगी। राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा-नेट का पहला सत्र 10 जून से 21 जून के बीच आयोजित किया जाएगा।
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राजस्थान में बीते चार-पांच दिनों से बारिश का दौर जारी है. कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. अब सड़क और नालों के धंसने की खबर भी सामने आने लगी है.
राजस्थान में कई जिलों में बीते चार-पांच दिनों से बारिश का दौर जारी है. बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, उदयपुर, कोटा सहित कई जिलों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. हजारों हेक्टेयर में खड़ी फसल डूब गई है. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. झमाझम बारिश के बीच अब सड़क और नालों के धंसने की खबर भी सामने आने लगी है. धौलपुर में पटरी धंसने से कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई थी. अब उदयपुर से अचानक नाला धंसने से कारों के जमीन में समाने की घटना सामने आई है.
. अशोक नगर इलाके से एक नाले का कुछ हिस्सा ढह गया, जिस कारण उस पर खड़ीं दो कारें नाले में समा गईं. गनीमत रही कि उस वक्त गाड़ी में कोई सवार नहीं था, और ना ही किसी आमजन को चोट आई. जहां ये हादसा हुआ वहां नजदीक में एक मंदिर है. लोगों का कहना है कि श्रद्धालु अक्सर अपनी कार रोड के साइड में नाले पर पार्क कर मंदिर में दर्शन करने चले जाते हैं, ताकि ट्रैफिक की समस्या ना हो. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नाले को बनाने में घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया है, जिस कारण आज ये हादसा हो गया. इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि आज मंदिर में पजुशन पर्व चल रहा है, जिस कारण बारिश में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर में दर्शन करने के किए आ रही है. उधर मौसम विभाग की माने तो पिछले दो दिनों में राजस्थान के सात ज़िलों में 300-400 MM पानी गिरा है, जिस कारण यहां बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं. ये बारिश इतनी ज़्यादा है कि इस सीजन का बारिश का कोटा पूरा हो चुका है.
नाला धंसने की इस घटना पर उदयपुर नगर निगम के मेयर ने कहा कि यह नाला UIT के द्वारा करीब 50 साल पहले बनाया गया था. उदयपुर नगर निगम ने इस नाले का निर्माण नहीं कराया था. नाले का फाउंडेशन लो स्कोरिंग हो गया है. इस कारण नाला अंदर से डैमेज हो गया है. अब यहां नया नाला बनवाना जाएगा.देश में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए निर्वाचन विभाग द्वारा मतदाता सूचियों को अद्यतन करने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने, हटाने एवं संशोधन के संबंध में द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत अब तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए प्रपत्र 6 के जरिए 8 लाख 27 हजार आवेदन प्राप्त हुए है। इसी तरह प्रपत्र 7 के अन्तर्गत मौजूदा निर्वाचक नामावली में नाम जोड़ने के प्रस्तावों में या दर्ज प्रविष्टियों में आपत्ति एवं नाम विलोपन के लिए 3 लाख 54 हजार आवेदन प्राप्त हुए है। वहीं मतदान सूची में संशोधन के लिए प्रपत्र 8 के तहत निर्वाचन क्षेत्र में निवास का स्थानान्तरण, प्रविष्टियों में सुधार के लिए 3 लाख 78 हजार आवेदन प्राप्त हुए है। 1 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी युवा मतदाता सूची में अपना नाम जरूर जुड़वाये जिससे कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि मतदाता सूची में नाम जोड़े जाने हेतु, विलोपन हेतु, संशोधन हेतु 28 सितंबर 2023 तक निस्तारण किया जाएगा।भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार पुनरीक्षण कार्यक्रम का पर्यवेक्षण करने हेतु भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को संभागवार रोल आब्जर्वर के रूप में नियुक्त किया गया है।मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए पंजीकरण भारत निर्वाचन आयोग के वोटर सर्विस पोर्टल, वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस विषय में वोटर हेल्पलाइन नम्बर 1950 से भी जानकारी ली जा सकती है। वोटर हेल्पलाइन एप पर क्यूआर कोड एवं एपिक नंबर के द्वारा मतदाता सूची में पंजीकरण की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।मतदाता विभागीय वेबसाइट https://ceorajasthan.nic.in/ पर उपलब्ध प्रारूप सूची के माध्यम से अपनी मतदाता संबंधी जानकारी देख सकते है।उल्लेखनीय है मतदाता सूची का द्वितीय विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम 21 अगस्त से संचालित किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत मतदाता सूचियों के अद्यतन का कार्य किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत 27 अगस्त व 10 सितम्बर को राज्य के सभी मतदान केन्द्रों पर विशेष कैम्प भी आयोजित किए गए। 04 अक्टूबर 2023 को मतदाता सूची का अन्तिम प्रकाशन किया जाएगा।राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21 तथा 2021-22 के तहत अकादमी के विभिन्न पुरस्कारों हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। सभी पुरस्कारों के आवेदन की अंतिम तिथि 29 सितंबर 2023 है, इस तिथि के बाद प्राप्त आवेदन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किये जायेंगे। अकादमी कार्यालय में सोमवार को अध्यक्ष शिवराज छंगाणी, उपाध्यक्ष भरत ओला एवं अकादमी सचिव शरद केवलिया ने इस संबंध में विज्ञप्ति जारी करी। अकादमी के गत 3 वर्षों के विभिन्न पुरस्कारों के अन्तर्गत 71 हजार रुपये का सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार (2019 में गद्य, 2020 में पद्य एवं 2021 में गद्य), 51 हजार रुपये प्रत्येक के शिवचन्द्र भरतिया गद्य पुरस्कार (निबंध, एकांकी, नाटक, यात्रा संस्मरण, रेखाचित्र आदि), गणेशीलाल व्यास ‘उस्ताद’ पद्य पुरस्कार तथा मुरलीधर व्यास ‘राजस्थानी’ कथा साहित्य पुरस्कार (कहानी, उपन्यास), 31 हजार रुपये प्रत्येक के रावत सारस्वत साहित्यिक पत्रकारिता पुरस्कार, प्रेमजी प्रेम राजस्थानी युवा लेखन पुरस्कार, राजस्थानी महिला लेखन पुरस्कार, बावजी चतरसिंह जी अनुवाद पुरस्कार, सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार व जवाहरलाल नेहरू राजस्थानी बाल साहित्य पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।वर्ष 2022-23 में अकादमी से पुरस्कृत लेखक पिछले तीन वर्षों (2019, 2020, 2021) के किसी भी पुरस्कार में आवेदन नहीं कर सकेंगे। इसी प्रकार वर्ष 2023-24 में जिन साहित्यकारों की पुस्तकों के लिये यदि पुरस्कार घोषित होते हैं, तो उनके द्वारा पिछले तीन वर्षों (2019, 2020, 2021) के पुरस्कारों के लिये किये गये आवेदन स्वतः ही निरस्त माने जायेंगे।अकादमी का सर्वोच्च सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार वर्ष 2019 में गद्य विधा, 2020 में पद्य विधा एवं 2021 में गद्य विधा में दिया जायेगा। सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार के तहत वर्ष 2019 के पुरस्कार हेतु राजस्थानी गद्य की पुस्तक 01 जनवरी 2013 से 31 दिसम्बर 2018 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए। 2020 के पुरस्कार हेतु राजस्थानी पद्य की पुस्तक 01 जनवरी 2014 से 31 दिसम्बर 2019 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए। 2021 के पुरस्कार हेतु राजस्थानी गद्य की पुस्तक 01 जनवरी 2015 से 31 दिसम्बर 2020 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए।वर्ष 2019 के उक्त अन्य सभी पुरस्कारों के लिए राजस्थानी पुस्तकें 01 जनवरी 2016 से 31 दिसम्बर 2018 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए, वर्ष 2020 के अन्य सभी पुरस्कारों के लिए राजस्थानी पुस्तकें 01 जनवरी 2017 से 31 दिसम्बर 2019 के मध्य तथा वर्ष 2021 के अन्य सभी पुरस्कारों के लिए राजस्थानी पुस्तकें 01 जनवरी 2018 से 31 दिसम्बर 2020 के मध्य प्रकाशित होनी चाहिए।पुरस्कार-आवेदन करने से पहले, नियमों का अध्ययन अवश्य कर लिया जाए। पुरस्कार नियम, आवेदन प्रारूप एवं अन्य जानकारी के लिए राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, मुरलीधर व्यास नगर, बीकानेर कार्यालय से व्यक्तिगत, ईमेल [email protected] अथवा टेलीफोन सं. 0151-2210600 से सम्पर्क किया जा सकता है। नियम व प्रारूपों की जानकारी अकादमी की वेबसाइट https://artandculture.rajasthan.gov.in/rbssa व अकादमी फेसबुक Rajasthani Bhasha Sahitya से भी प्राप्त की जा सकती है।राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए आयोग की वेबसाइट पर अद्यतन दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इनका अवलोकन आयोग की वेबसाइट पर कैंडिडेट इन्फोर्मेशन के जनरल इन्सट्रक्शन में उपलब्ध इंस्ट्रक्शन फॉर एप्लीकेंट्स लिंक के माध्यम से किया जा सकता है।अभ्यर्थी परीक्षाओं में सम्मिलित होने से पूर्व इन दिशा निर्देशों के ‘परीक्षा संबंधी सामान्य दिशा-निर्देश’ का ध्यानपूर्वक अवलोकन कर लेवें। श्रुतलेखक की सुविधा प्राप्त करने के लिए योग्य अभ्यर्थी वांछित चिकित्सा प्रमाण-पत्र व वचन-पत्र इत्यादि परीक्षा से 2 दिवस पूर्व केन्द्राधीक्षक को प्रस्तुत करें अन्यथा श्रुतलेखक की सुविधा देय नहीं होगी।उदयपुर में प्राचीन बोहरा गणेशजी मंदिर में मंगलवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर दर्शन को भक्तों को भारी भीड़ रही। अलसुबह से ही मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगना शुरू हो गई थी। सुबह बारिश होने के बावजूद लोग कतार में खड़े रहे और दर्शन को अपनी बारी का इंतजार करते रहे। सुबह से लेकर शाम तक यही नजारा देखने को मिला।
भक्तों ने भगवान गणेश के दर्शन कर उन्हें लड्डू का भोग लगाया। दोपहर 12 बजे भगवान गणेशजी को रत्न जड़ित पोशाक धारण कराई गई। साथ ही सोने-चांदी के मुकुट और अन्य आभूषण पहनाए गए। इससे पहले सुबह 4:30 बजे से 5 बजे तक मंगला आरती की गई।
शाम को साढ़े 7 बजे आरती होगी और रात 10:30 बजे से 11 बजे तक ओम शांति विधान होगा। इस अवसर पर मंदिर को फूल मालाओं और रंग-बिरंगी फर्रियों से आकर्षक सजाया गया था। साथ ही मंदिर के बाहर विभिन्न साजों-सामान और आभूषणों की स्टॉल्स लगी थीं। हालांकि, इस बार झूले नहीं लगाए गए।
इधर, शहरभर में विभिन्न जगहों पर गणेशोत्सव की धूम रही। इस मौके पर विभिन्न स्थानों के अलावा घर-घर गणपति स्थापना की गई। लोगों ने गणेशजी के प्रतिमा को फूल मालाओं से सजाया। साथ ही पूरे परिसर की सजावट की। इस बार विभिन्न संगठनों की अपील के बाद कई जगह विशेष रूप से मिट्टी के गणेश की प्रतिमाएं विराजित की गई। जानकारी अनुसार 10 दिनों तक नियमित पूजा-अर्चना और विशेष भोग लगाया जाएगा।
है।
- ।उदयपुर में दोनों कीमती धातुओं के भाव इस प्रकार रहे
सोना 22 कैरेट 1 ग्राम₹ 5629 सोना 24 कैरेट 1 ग्राम ₹ 5910
चांदी 1 किलो बार का भाव रहा ₹₹ 78300 - मौसम
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उदयपुर शहर में सोमवार शाम बाद बारिश थम गई लेकिन रात करीब 11 बजे से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया। शहर में पिछले दिनों से हो रही बारिश से स्वरूपसागर पर चादर चल रही है वही मानसी वाकल बांध के गेट भी खोलने पड़े।
उदयपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में आज सुबह से भी रिमझिम बारिश का दौर जारी है। रुक-रुक कर बारिश हो रही है। उदयपुर में आज भी सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए और आसमान में बादल छाए हुए है। शाम बाद शहर में सूर्य देवता के दर्शन हुए और बीच-बीच में बादल आसमान को घेरते दिखे।
सिंचाई विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में सलूंबर के केजड़ व उदयपुर के कोटड़ा में दो-दो इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। अब तक सर्वाधिक बारिश गोगुंदा में 1055 मिलीमीटर दर्ज की गई। इधर मौसम विभाग ने उदयपुर जिले में बारिश की चेतावनी दी है।
. विगत दिनों से हो रही बारिश से कैचमेंट एरिया कैलाशपुर, रामा, मजेरा, गुड़ली आदि क्षेत्र से आ रहे पानी की लगातार आवक से मावली क्षेत्र का घासा का गंधर्व सागर तालाब पर चादर चल गई। सोमवार देर शाम तक पूरी रपट पर पानी आ गया। 14.5 फीट भराव क्षमता वाला तालाब दूसरी बार छलक गया है।इस तालाब के पानी से घासा सहित रख्यावल, खरवड़ो का गुड़ा, भादवा, बापेर, दुर्गावतो का नोहरा आदि क्षेत्रों में सिंचाई होती हैं।
- उदयपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान रहा अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 सेल्सियस
- तो ये थीं अब तक की अपडेट्स हम फिर आएंगे और अपडेट्स लेकर बने रहिए हमारे साथ..