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- भारत के साथ-साथ दुनिया भर के भक्त अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस अवसर पर, श्रीलंका में कई स्थानों पर भक्त विशेष पूजा-अर्चना कर रहे हैं। सीता एलिया में सीता अम्मन मंदिर में भक्त विशेष पूजा में भाग लेंगे। इसके बारे में माना जाता है कि इस स्थान पर माता सीता को रावण ने बंदी बना कर रखा था।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में राम मंदिर में शामिल करने के लिए सीता एलिया का एक पत्थर अयोध्या भेजा गया था। इसके अलावा, कोलंबो के सरस्वती हॉल में विशेष प्रार्थना की योजना है जहां प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को डीडी इंडिया के प्रसारण के माध्यम से देखा जाएगा। इसके अलावा, कोलंबो में भी भगवान श्रीराम के लिए प्रार्थना और स्तोत्र का जाप करने की योजना बनाई है।अयोध्या स्थित राममंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी जारी है. इस बीच गर्भगृह में स्थापित होने वाले भगवान राम की प्रतिमा की पहली तस्वीर सामने आ गई है. इससे पहले आई तस्वीर में रामलला की प्रतिमा की आंखों पर पट्टी थी. लेकिन अब सामने आई तस्वीर से रामलला की प्रतिमा की आखों से पट्टी हटाई जा चुकी है. ऐसे में इस तस्वीर में रामलला की प्रतिमा की पूरी झलक दिख रही है. – रामलला की प्रतिमा का दिव्य दर्शन—-
- रामलला की प्रतिमा में माथे पर तिलक नजर आ रहा है. साथ ही चेहरे पर मधुर मुस्कान है. मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की रामलला की मूर्ति को कल रात गर्भगृह में लाया गया था. आगामी 22 जनवरी को होने वाले अभिषेक समारोह से पहले रामलला की ये तस्वीर सामने आई है. रामलला की दो तस्वीरें सामने आई है. जिसमें एक में रामलला की प्रतिमा का पूरी झलक दिख रही है. जबकि दूसरी में उनके चेहरे की क्लोज तस्वीर हैं.
- भगवान राम की मूर्ति को बुधवार दोपहर में वैदिक मंत्रोचार के बीच गर्भ गृह में रखा गया. ‘प्रधान संकल्प’ ट्रस्ट के सदस्य द्वारा किया गया. इस संकल्प की भावना यह है कि भगवान राम की ‘प्रतिष्ठा’ सभी के कल्याण के लिए, राष्ट्र के कल्याण के लिए, मानवता के कल्याण के लिए और उन लोगों के लिए भी की जा रही है जिन्होंने इस कार्य में अपना योगदान दिया है. इसके अलावा अन्य अनुष्ठान भी आयोजित किए गए तथा ब्राह्मणों को वस्त्र भी दिए गए. अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के लिए 16 जनवरी से ही अनुष्ठान शुरू हो गए हैं. सबसे पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से नियुक्त किए गए यजमान ने समारोह की शुरुआत की. इसके बाद 17 जनवरी को 5 साल के रामलला की मूर्ति के साथ एक काफिला अयोध्या पहुंचा और रामलला की मूर्ति को क्रेन की मदद से गर्भगृह में स्थापित किया गया.
18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू हुए. आज 19 जनवरी को पवित्र अग्नि जलाई गई, जिससे नवग्रह की स्थापना और हवन किया जाएगा. कल 20 जनवरी को राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह को सरयू जल से धोया जाएगा, जिसके बाद वास्तु शांति और ‘अन्नाधिवास’ अनुष्ठान होगा.
इसके बाद 21 जनवरी को रामलला की मूर्ति को 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा. अनुष्ठान के आखिरी दिन यानी 22 जनवरी की सुबह की पूजा के बाद दोपहर में ‘मृगशिरा नक्षत्र’ में रामलला के मूर्ति का अभिषेक किया जाएगा.
- नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को 75वीं गणतंत्र दिवस परेड ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ विषय के साथ, महिला केंद्रित होगी। मार्च करने वाली महिलाएं परेड का बड़ा हिस्सा होंगी। कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों और संगठनों की अधिकांश झांकियां देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता और प्रगति का प्रदर्शन करेंगी।अ कि पहली बार, परेड की शुरुआत 100 महिला कलाकार करेंगी। ये महिलाएं शंख, नादस्वरम, नगाड़ा सहित भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाएंगी।
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। फ्रांस का 95 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 33 सदस्यीय बैंड दस्ता भी परेड में हिस्सा लेगा।
- रक्षा सचिव ने कहा कि इस वर्ष परेड देखने के लिए लगभग 13 हजार विशेष अतिथियों को भी आमंत्रित किया गया है। इसका उद्देश्य सरकार के जन भागीदारी के दृष्टिकोण के अनुरूप, सभी क्षेत्रों के लोगों को राष्ट्रीय उत्सव में भाग लेने का अवसर प्रदान करना है। इन विशेष अतिथियों में विभिन्न क्षेत्रों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और विभिन्न सरकारी योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग सम्मिलित हैं।
- 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और नौ मंत्रालयों, विभागों तथा संगठनों की कुल 25 झांकियों का परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन किया जायेगा।
- इस वर्ष गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर रक्षा मंत्रालय एक स्मारक सिक्का और स्मारक टिकट भी जारी करेगा।
- शिक्षा मंत्रालय ने ‘कोचिंग केन्द्रों का विनियमन 2024’ दिशा निर्देश जारी कर दिया है। इसके अनुसार कोई भी कोचिंग सेंटर 16 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों का नामांकन नहीं करेगा। दिशानिर्देशों में इस बात पर बल दिया गया कि विद्यार्थियों का नामांकन माध्यमिक विद्यालय परीक्षा के बाद ही किया जाना चाहिए। कोचिंग केन्द्रों को निर्देश दिया गया है कि वे अभिभावकों और विद्यार्थियों को भ्रामक वादे या रैंक या अच्छे अंक की गारंटी न दें।
- कोचिंग केन्द्र ऐसे ट्यूटर्स को नियुक्त नहीं कर सकते जिनके पास स्नातक स्तर से कम योग्यता है
- पर्यटन_मंत्रालय गणतंत्र_दिवस समारोह के हिस्से के रूप में दिल्ली के लाल_किला के सामने नौ दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम ‘भारत_पर्व‘ का आयोजन करेगा। यह कार्यक्रम 23 से 31 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा
- केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने ‘श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद’ के भ्रामक नाम से मिठाई बेचने पर #एमेज़ॉन को नोटिस जारी किया है। प्राधिकरण ने एमेज़ॉन से नोटिस जारी होने के सात दिनों के भीतर जवाब मांगा है।
- राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान उद्यान 2 फरवरी से 31 मार्च तक जनता के लिए खुला रहेगा। लोग सोमवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन उद्यान का भ्रमण कर सकते हैं।
- अमृत उद्यान विशेष तिथियों पर विशेष श्रेणियों के लिए खुलेगा। 22 फरवरी को यह दिव्यांगजनों के लिए, 23 फरवरी को रक्षा, अर्धसैनिक और पुलिस बल के कर्मियों के लिए, 1 मार्च को महिलाओं और जनजातीय महिला स्व-सहायता समूहों के लिए और 5 मार्च को यह अनाथालयों के बच्चों के लिए खुला रहेगा।
- आगंतुकों को सवेरे 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच भ्रमण करने की अनुमति होगी। आगंतुकों को राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास सुविधा काउंटर या स्वयं सेवा कियोस्क पर अपना पंजीकरण कराना होगा।
- सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश और निकास राष्ट्रपति संपदा के गेट नंबर 35 से होगा। आगंतुकों की सुविधा के लिए केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक शटल बस सेवा सवेरे 9.30 बजे से शाम 5.00 बजे के बीच हर 30 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध रहेगी।
- राजस्थान के जोधपर जिले से शुक्रवार को स्कूल से घर लौट रहे मासूम भाई-बहन की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई. स्कूल से घर लौटते समय दोनों बच्चे पालतू कुत्तों के भौंकने से घबराकर भागे थे. इसी क्रम में वो मालगाड़ी की चपेट में आ गए. दोनों बच्चे जोधपुर चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल में पढ़ते थे. ये दोनों आपस में मौसेरे भाई-बहन थे. शुक्रवार को स्कूल की छुट्टी होने के बाद वापस घर लौटते वक्त सारण नगर बनाड़ कैंट रेलवे स्टेशन के पास गुजर रही मालगाड़ी से टकराने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी थाना पुलिस और माता का थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को सूचित किया.
- राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर द्वारा कनिष्ठ निजी सहायक (हिन्दी ) के 30 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती हेतु निर्धारित ऑनलाइन प्रारुप में ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं। इन पदों के लिए 9 फरवरी को दोपहर 1 बजे से 9 मार्च को सायं 5 बजे तक ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता है।
- चयनित अभ्यर्थी नियमानुसार दो वर्ष की अवधि तक रूपए 23,700/- प्रतिमाह पारिश्रमिक पर परिवीक्षाधीन प्रशिक्षणार्थी के रूप में रहेंगे। परिवीक्षा काल सफलता पूर्वक पूर्ण करने पर उन्हें नियमानुसार पे-मैट्रिक्स लेवल संख्या L-10 के अनुसार पे-स्केल रूपए 33,800 – 1,06,700 / – संदेय होगा। ऑनलाइन आवेदन करने से पूर्व आवेदक से ये अपेक्षा की जाती है कि वह राजस्थान उच्च न्यायालय कर्मचारी सेवा नियम-2002 (यथा संशोधित) विस्तृत विज्ञापन ,ऑनलाइन आवेदन करने एवं परीक्षा शुल्क जमा करने के सम्बन्ध में जारी दिशा निर्देशो का सावधानीपूर्वक अध्ययन कर लें, जो कि राजस्थान उच्च नयायालय की अधिकृत वेबसाइट http://www.hcraj.nic.in पर उपलब्ध है।
- उक्त भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में आवश्यकता होने पर प्रतिवेदन/प्रार्थना पत्र रजिस्ट्रार (परीक्षा)राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर को संबोधित कर प्रेषित कर सकते हैं। आवेदन व परीक्षा सम्बंधित समस्याओं के निवारण एवं जानकारी हेतु हेल्प लाइन नंबर 0291-2888100 एवं 2888101 पर कार्यालय समय के दौरान संपर्क कर सकते है।
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कश्मीर घाटी में बसा गुलमर्ग अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए चर्चित हैं. मंज़ूर अहमद पिछले 17 सालों से यहां एक रिज़ॉर्ट में मैनेजर हैं. उन्होंने यहां कभी बिना बर्फ़बारी का मौसम नहीं देखा है.
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लेकिन इस साल हालात कुछ अलग हैं. जो पहाड़ बर्फ़ से ढंके और सफ़ेद नज़र आते थे वो अब वीरान हैं और मटमैले हैं.
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50 वर्षीय अहमद कहते हैं, “यह अभूतपूर्व है. पर्यटकों ने भी होटल में रिज़र्वेशन करना बंद कर दिया है.”
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हर साल सर्दियों में कश्मीर घाटी में बर्फ़ पड़ती है और देश के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटक इस ख़ूबसूरती को देखने कश्मीर पहुंचते हैं. वो यहां दृश्यों का आनंद लेने के अलावा स्कीइंग भी करते हैं. लेकिन इस बार बर्फ़ ना पड़ने से इस क्षेत्र का पर्यटन उद्योग घुटनों पर आ गया है.
बर्फ़बारी ना होने का असर कृषि और जल आपूर्ति पर भी पड़ेगा क्योंकि इसकी वजह से भूजल भी पूरी तरह से नहीं भरेगा.
पर्यावरणविद ये तर्क देते हैं कि जलवायु परिवर्तन का असर इस क्षेत्र पर पड़ रहा है. इसकी वजह से मौसम में बदलाव हो रहा है और चरम घटनाएं हो रही हैं. सर्दियां और गर्मियां दोनों में ही लंबे समय तक सूखे का सामना भी करना पड़ रहा है. जम्मू-कश्मीर के मौसम विभाग के मुताबिक़ दिसंबर में बारिश में 79 प्रतिशत की कमी रही है जबकि जनवरी में 100 की कमी रही.
घाटी में इस बार मौसम भी कुछ गर्म है. कश्मीर के अधिकतर मौसम केंद्रों में इन सर्दियों में औसतन तापमान में 6-8 डिग्री तक का उछाल दर्ज किया गया है.
होटल मालिकों का कहना है कि पर्यटक होटलों में बुकिंग रद्द करा रहे हैं क्योंकि ना ही वो पहाड़ों पर स्कीइंग का आनंद ले पा रहे हैं और ना ही बर्फ़ से ढंके पहाड़ों का आनंद ले पा रहे हैं.
गुलमर्ग होटल मालिकों के संगठन के अध्यक्ष कहते हैं, “होटलों में 40 प्रतिशत से अधिक बुकिंग रद्द हो गई हैं और नई बुकिंग अभी नहीं की जा रही हैं.”
गुलमर्ग की बर्फ़ीली वादियों में बाहर से आय पर्यटक खच्चरों पर सवारी का आनंद लेते हैं और ये यहां की एक लोकप्रिय पर्यटन गतिविधी है.
खच्चर चलाने वाले अधिकतर लोग दशकों से इस पेशे से जुड़े हैं और उनके लिए आय का कोई और ज़रिया खोजना आसान नहीं है.विशेषज्ञों का मानना है कि बर्फ़ ना पड़ने से सिर्फ़ पर्यटन ही नहीं बल्कि पन बिजली उत्पादन, मछलीपालन और कृषि भी प्रभावित होगी.
कश्मीर के बगल के क्षेत्र लद्दाख में भी इस बार बर्फ़ नहीं पड़ रही है. लद्दाख पर्यटन का चर्चित केंद्र भी है.
पर्यावरणविद कहते हैं, “यहां कृषि ग्लेशियरों पर निर्भर है. अब ग्लेशियर तेज़ गति से पिघल रहे हैं. सर्दियों के मौसम के शीर्ष समय पर भी बर्फ़बारी ना होने का मतलब ये है कि झरनों से पानी मिलना इस बार बड़ी समस्या बन सकता है.”
लेह में मौसम केंद्र के प्रमुख कहते हैं कि ये हिमायल क्षेत्र में अब तक का सबसे सूखा सत्र है.
21 दिसंबर से 29 जनवरी के बीच इस क्षेत्र में 40 दिनों तक कड़ाके की सर्दी पड़ती है और यहां जमकर बर्फ़बारी होती है. इस दौरान पहाड़ और ग्लेशियर बर्फ़ से ढंक जाते हैं. इससे साल भर के लिए पानी की आपूर्ति भी सुनिश्चित हो जाती है.
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में बर्फ़बारी में पिछले कुछ सालों से कमीं आ रही है.
एक अध्ययन में दावा किया गया है कि लद्दाख समेत कश्मीर का ये क्षेत्र सदी के अंत तक विनशकारी स्तर तक गर्म हो सकता है. यहां तापमान 3.98 से लेकर 6.93 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है.
इसी बीच, स्थानीय लोगों को इन सूखी सर्दियों में कोई चमत्कार होने की उम्मीद हैं.
मौसम विभाग ने 24 जनवरी से पहले तक भारी बर्फ़बारी का कोई पूर्वानुमान जारी नहीं किया है. लेकिन अहमद का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि कुदरत उन पर मेहरबान होगी और बर्फ़ पड़ेगी
- बम्बई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक आज चार सौ 96 अंक बढकर 71 हजार छह सौ 83 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी एक सौ साठ अंक बढकर 21 हजार छह सौ 22 पर आ गया।
- ।उदयपुर में दोनों कीमती धातुओं के भाव इस प्रकार रहे
- सोना 22 कैरेट 1 ग्राम₹ 5874 सोना 24 कैरेट 1 ग्राम ₹ 6168
चांदी 1 किलो बार का भाव रहा ₹₹ 77200 - मौसम
- उदयपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान रहा अधिकतम 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस
- तो ये थीं अब तक की अपडेट्स हम फिर आएंगे और अपडेट्स लेकर बने रहिए हमारे साथ…